Earthquake 2022 : मंगलवार रात करीब 2 बजे उत्तर भारत के कई हिस्से भूकंप के झटकों से दहल गये। इस भूकंप का केंद्र नेपाल में रहा। जिसकी रेक्टर पैमाने पर तीव्रता 6.3 मापी गई। यह भूकंप के झटके भारत, नेपाल और चीन तीन देशों में प्रमुखता से महसूस किये गये। भारत के कई राज्यों जैसे- राजधानी दिल्ली, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हिमांचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भूकंप के झटके महसूस किये गये।

भूकंप का केंद्र नेपाल होने की वजह से नेपाल में इसका असर काफी ज्यादा था जिस कारण से कई घर गिर गये और कई लोगों की जान भी गई। भारत में किसी तरह के नुकसान की खबर नही है। लेकिन भूकंप के तेज झटके लोगों को देर रात महसूस हुए। ऐसे में लोग रात में अपने घरों से बाहर भी निकल आये। हर वर्ष पूरी दुनिया में लगभग 50 हजार से भी ज्यादा बार भूकंप आता है। साल 2022 में सिर्फ भारत में करीब 948 बार भूकंप आया। आइये जानते है कि क्यों आता है भूकंप? जानिए भूकंप आने के कारण (Earthquake November 2022)…
भूकंप क्या है? – What is Earthquake 2022
भूकंप एक ऐसी घटना है जिसमे मानव द्वारा भूमि के कंपन को महसूस किया जाता है। पृथ्वी की प्लेटों के खिसकने से पृथ्वी में अचानक कंपन होता है। पृथ्वी की अन्दर जब कंपन की प्रक्रिया होती है तो कुछ ऊर्जा भरी तरंगे बाहर की ओर निकलने लगती हैं जिससे धरती पर कम्पन और हलचल महसूस होती है जिसे भूकंप कहा जाता है। भूकंप की तरंगे नार्मल हल्की या काफी तेज दोनों तरह की होती हैं। भूकंप की तीव्रता को रिक्टर पैमाने के द्वारा मापा जाता है।
क्यों आते हैं भूकंप ? – Why do earthquakes happen?
हमारी पृथ्वी बहुत सी परतों से मिलकर बनी है इन परतों को प्लेट्स कहा जाता है। ये प्लेट्स एक दूसरे के ऊपर होती हैं और अपनी जगह से खिसकती रहती हैं और इनमे संतुलन बिगड़ने के कारण भूकंप की स्थिति उत्पन्न होती हैं। पृथ्वी बड़े-बड़े भूखंडों से मिलकर बनी है और जब इन भूखंडों में कोई बदलाव होता है तो ऐसे में अन्दर हलचल होती है और चट्टानें टूटती हैं जिससे धरती में कम्पन महसूस होता है। यह कम्पन ही भूकंप कहलाता है।
इसके अलावा मानव द्वारा बनाये गये नदियों पर बड़े-बड़े बांध से धरती पर भार बढ़ जाता है इस कारण से भी धरती में कम्पन शुरू हो जाता है और इससे बांध के आस-पास के इलाकों में भूकंप की स्थिति बन जाती है। इसका मेन कारण पृथ्वी में मौजूद प्लेटों का खिसकना ही है। Also Read – 5G Supported Smartphones : Jio और Airtel की 5G सेवा के लिए यूज़ करें ये स्मार्टफोन
कैसे मापी जाती है भूकंप की तीव्रता ? – Earthquake intensity measure
भूकंप से निकलने वाली तीव्रता या फिर किसी क्षेत्र में महसूस होने वाले झटके को भूकम्प की तीव्रता के रूप में जाना जाता है। भूकंप की तरंगों की तीव्रता को रिक्टर स्केल पर मापा जाता है। यह एक मैथमैटिकल फार्मूला होता है। इस पैमाने को रिक्टर मैग्नीत्यूड टेस्ट स्केल के नाम से जाना जाता है।

भूकंप (Earthquake 2022) को उसके केंद्र एपीसेंटर से 1 से लेकर 9 तक की तीव्रता के आधार पर मापा जाता है। जिसमे 5 तक की तीव्रता वाला भूकंप सामान्य माना जाता है और इससे ज्यादा की तीव्रता से जान-माल का बहुत नुकसान होता है। इस तरह से पृथ्वी से अन्दर से निकलने वाली ऊर्जा की तीव्रता को मापा जाता है। Also Read – Morbi Cable Bridge History in Hindi : जानिए मच्छु नदी पर बने पुल का इतिहास
भारत में भूकंप कहाँ-कहाँ आता है? – How Many Earthquake Zones in India
भारत में भूकंप (Earthquake 2022) के झटके समय-समय पर महसूस होती हैं। लेकिन भारत के कुछ क्षेत्र हैं जो भूकंप के जोन्स में रूप में जाने जाते हैं। इनमे से मुख्य रूप से भारत में भूकंप हिमालय और गुजरात के कच्छ और उत्तर-पूर्वी भारत के पर्वत हैं जहाँ भूकंप के झटके ज्यादा महसूस किये जाते हैं। और दक्षिण भारत में जैसे छोटा नागपुर, पठार बुंदेलखंड, बघेलखंड और छत्तीसगढ़ में भूकंप के झटके बहुत कम मात्रा में महसूस किये जाते हैं।
भारत के ये क्षेत्र भूकंप जोन्स में आते हैं:-
- गुजरात (भुज)
- बिहार (दरभंगा)
- असम (गुवाहाटी)
- मणिपुर (इम्फाल)
- असम (जोरहाट)
- नागालैंड (कोहिमा)
- हिमाचल प्रदेश (मंडी)
- अंदमान निकोबार (पोर्टब्लेयर)
- असम (सादिया)
- जम्मू कश्मीर (श्रीनगर)
- असम (तेजपुर)
भूकंप से बचने के उपाय
- अगर आप किसी बिल्डिंग के अन्दर घर, ऑफिस या दुकान में हैं तो भूकंप के समय बाहर आ जाएँ।
- खुले मैदान में रहें और आस-पास कोई ऊँची बिल्डिंग या पोल न हो।
- लिफ्ट का बिल्कुल भी प्रयोग न करें क्योंकि भूकंप के समय इससे दुर्घटना हो सकती है।
- सीड़ियों का प्रयोग करके बाहर आयें।
- घर में हों तो दरवाजे खिड़की खोलकर रखें।
- लाइट फैन्स को बंद रखें क्योंकि इनके गिरने के चांसेज हो सकते हैं।
- अगर बिल्डिंग से बाहर आना पॉसिबल न हो पाए तो किसी चीज के नीचे बैठ जाएँ।