Green Firecrackers : क्या हैं ग्रीन पटाखे? सामान्य से कितना कम प्रदूषण हैं फैलाते
Green Firecrackers : दीपावली का त्यौहार आ गया है। लोगों में दीपावली को लेकर काफी उत्साह का माहौल है। पूरे देश में बाजार दीपावली के अलग-अलग सामानों से सजे हुए हैं। देश के हर कोने में इस त्यौहार का असर दिखाई दे रहा है। लोग नए कपड़ों से लेकर मिठाई, रंग बिरंगी लाइटें, मिट्टी के दिये, मूर्तियाँ आदि खरीद रहे हैं। दीपावली पर खरीददारी करना अब तो सबका शौक बन गया है।

वहीं अक्सर देखा जाता है कि दीपावली बिना पटाखों के पूरी नहीं होती। हाँ मानाकि पटाखों पर रोक भी लगा दी जाती है पर फिर भी कम ही सही पर पटाखे जलाये तो जाते ही हैं। दीपावली पर अगर आतिशबाजी न हो तो दीपावली अधूरी ही लगेगी। इसी कारण पटाखों से फैले धुएं और धूल से पर्यावरण काफी प्रभावित होता है। इसलिए आज हम ऐसे पटाखों के बारे में बात करेंगे जिन्हें ग्रीन पटाखों के नाम से जाना जाता है। तो आइये जानते हैं कि ग्रीन पटाखे क्या हैं? (What is Green Firecrackers in Hindi)
ग्रीन पटाखे क्या हैं? – What is Green Firecrackers?
देश में पर्यावरण प्रदूषण के कारण हर वर्ष दीपावली के समय पटाखे बैन कर दिए जाते हैं। खासकर देश की राजधानी दिल्ली का तो हर वर्ष यही हाल होता है। वायु प्रदूषण इस हद तक फैला हुआ है कि पटाखे जलाने के बाद तो लोगों को साँस लेने में भी समस्या होने लग जाती है। ऐसे में काउंसिल फॉर साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च (सीएसआईआर) ने ग्रीन पटाखे बनाने का एक नया फार्मूला निकाला है जो दिल्ली जैसे प्रदूषण वाले या सामान्य प्रदूषण वाले शहरों में भी जलाये जा सकेंगे।
ग्रीन पटाखे बाजारों में मिलने वाले नार्मल पटाखों से अलग हैं। इसका कारण यह है कि ये सामान्य पटाखों से 30 से 40 परसेंट तक कम प्रदूषण फैलाते हैं। इसे ऐसे बनाया गया है कि यह वायु प्रदूषण को तो कम करेगा ही साथ ही यह आवाज भी कम करेंगे। ये पटाखे पर्यावरण के अनुकूल तो नहीं हैं लेकिन पर्यावरण में कम प्रदूषण फ़ैलाने वाले हैं, जिस करण से ही इन्हें ग्रीन क्रैकर्स (Green Firecrackers) नाम दिया गया है। यह भी पढ़ें : Diwali 2022 : दीपावली 2022 कब है? जानिए तिथि मुहूर्त और पूजा विधि
कैसे होते हैं ग्रीन पटाखे – Varieties of Green Firecrackers
ग्रीन पटाखे सामान्य पटाखों की तुलना में 30 परसेंट कम प्रदूषण फैलाते हैं। ये पटाखे ऐसे एलिमेंट्स के साथ बनाए जाते हैं जो कम प्रदूषण फैलाते हैं और सामान्य पटाखों से कम ध्वनि भी उत्पन्न करते हैं। आइये जानते हैं ग्रीन पटाखों के प्रकार (Types Of Green Fire Crackers)…
वाटर रिलीजर – SWAS Firecracker
ये पटाखे ऐसे बनाये गये हैं कि फूटने के बाद इनसे पानी के कण पैदा होंगे, जो पटाखों से निकलने वाले धुल के कणों को कम कर देंगे और वायु प्रदूषण को कम करेंगे। सल्फर और नाइट्रोजन जैसी गैसों को अपने पानी के कणों से ये द्रव्य में बदल देंगे जिससे वायु प्रदुषण कम फैलेगा।

स्टार क्रैकर्स – STAR Firecracker
ये पटाखे इस तरीके से बनाये गये हैं कि इसमें एक ऐसा आक्सीडाइजिंग एजेंट होगा जो पटाखों को जलने के बाद उनसे कम मात्रा में सल्फर और नाइट्रोजन रिलीज होने देगा। इन पटाखों में एक अलग प्रकार के रसायन का इस्तेमाल किया गया है।स्टार क्रैकर्स को सेफ थर्माइट क्रैकर्स कहा जाता है।
सफल क्रैकर्स – SAFAL Firecracker
इन पटाखों को बनाने में सामान्य रूप से जो पटाखे बनाये जाते हैं उनसे करीब 50 से 60 प्रतिशत तक कम एल्युमिनियम का उपयोग किया जाता है। इसलिए ये पटाखे भी पर्यावरण को कम हानि पहुंचाते हैं। सीएसआईआर ने इन पटाखों को सेफ मिनिमल एल्युमीनियम SAFAL नाम दिया है।
अरोमा क्रैकर्स – AROMA Firecracker
ये पटाखे ऐसे रसायन और सामग्री के उपयोग से बनाये गये हैं कि इनसे बहुत कम मात्रा में प्रदूषण होगा। जैसा की नाम से ही पता चलता है ये पटाखे अलग-अलग तरह की सुगंध वाले होंगे। इनको फोड़ने के बाद हवा में खुशबू फैलेगी। इसलिए इन पटाखों को अरोमा क्रैकर्स का नाम दिया गया है।
कहाँ से खरीदें ग्रीन पटाखे – Where to buy Green Firecrackers
अगर हम बात करें ग्रीन पटाखे कहाँ से खरीदें तो साफ़ तौर पर कहा जा सकता है कि ये पटाखे सामान्य बाजारों और दुकानों पर अभी उपलब्ध नहीं हैं। इसलिए बाजारों में पटाखों के स्टाल से बिल्कुल भी न खरीदें ये पटाखे आप अपने आस पास की किसी लाइसेंसी दूकान से खरीदें। वहीं आपको रियल ग्रीन पटाखे मिल सकते हैं।
ग्रीन पटाखे कैसे दिखते हैं – Green Firecrackers Look Like
ग्रीन पटाखे लेने जायेंगे तो आपका ये भी जानना जरूरी है कि ये दिखेंगे कैसे तो हम आपको बता दें कि ये पटाखे भी सामान्य पटाखों के जैसे ही दिखाई देंगे, लेकिन इनमें सामान्य की तुलना में क्वालिटी अलग होगी और हाँ ये पटाखे अपने नाम की तरह ग्रीन नहीं दिखेंगे। ग्रीन का सम्बन्ध हरे रंग से नहीं बल्कि पर्यावरण से है।
कहाँ-कहाँ जलाए जाते हैं ग्रीन क्रैकर्स
पटाखे तो पूरी दुनिया में अलग-अलग अवसरों पर जलाये ही जाते हैं। लेकिन ग्रीन पटाखे अब तक कहीं भी नहीं जलाये जाते हैं क्योंकि ये दुनिया में किसी ने बनाए ही नहीं थे। ग्रीन पटाखे पहली बार भारत में ही बनाये गये। देश में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए यह अविष्कार किया गया जोकि वायु प्रदूषण में बढती तेजी को रोकने का एक छोटा सा प्रयास है।