Keshav Prasad Maurya Biography in Hindi | केशव प्रसाद मौर्य का जीवन परिचय
केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश के प्रमुख नेताओं में से एक हैं। केशव प्रसाद मौर्य एक गरीब किसान परिवार में जन्मे लेकिन आज वे देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में उप-मुख्यमंत्री के पद पर कार्य कर रहे हैं। केशव प्रसाद मौर्य अपने तीखे कटाक्षों से हमेशा ही विपक्ष के नेताओं पर टिप्पणी करने के लिए जाने जाते हैं। वे विपक्ष के नताओं पर बोलने और उनकी पोल खोलने का एक भी मौका नहीं छोड़ते।

केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार में साल 2017 में उपमुख्यमंत्री बनाए गये लेकिन भाजपा के साथ उनका सफ़र काफी लम्बा रहा है। वे मौर्य समुदाय से आने वाले एक मात्र बड़े नेता हैं, इसलिए पार्टी में उनकी पकड़ भी मजबूत है। केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश में भाजपा के अध्यक्ष पद पर भी रह चुके हैं। इसके साथ ही साल 2012 में वे सिराथू सीट से विधायक बने और साल 2014 में फूलपुर सीट से सांसद भी रहे। आइये जनते हैं केशव प्रसाद मौर्य का जीवन परिचय (Keshav Prasad Maurya Biography in Hindi)…
केशव प्रसाद मौर्य की जीवनी – Keshav Prasad Maurya Biography in Hindi
नाम | केशव प्रसाद मौर्य |
जन्म | 7 मई 1969 |
आयु | 53 वर्ष |
जन्मस्थान | सिराथू, कौशाम्बी, उत्तर प्रदेश |
पिता का नाम | श्याम लाल मौर्य |
माता का नाम | धनपति देवी मौर्य |
भाई – बहन | भाई – सुख लाल मौर्य, राजेंद्र कुमार मौर्य बहन – सुमित्रा देवी, आशा देवी, कमलेश कुमारी |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पत्नी का नाम | राजकुमारी देवी मौर्य |
बच्चे | पुत्र – योगेश कुमार मौर्य, आशीष कुमार मौर्य |
शैक्षिक योग्यता | स्नातक (हिंदी साहित्य) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
व्यवसाय | राजनेता, किसान और बिजनेसमैन |
राजनैतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
पद | उप मुख्यमंत्री (उत्तर प्रदेश) |
कुल सम्पत्ति | लगभग 9 करोड़ रूपये |
केशव प्रसाद मौर्य कौन हैं? – Who is Keshav Prasad Maurya
केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya ) उत्तर प्रदेश उप- मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं। केशव प्रसाद मौर्य को साल 2016 में भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया। केशव प्रसाद मौर्य की छवि भाजपा तथा उत्तर प्रदेश में एक अन्य पिछड़ा वर्ग के नेता की है। केशव प्रसाद मौर्य हिन्दूवादी नेता के रूप में जाने जाते हैं राजनीति में आने से पूर्व उन्होंने तमाम राजनैतिक संगठनों के साथ कार्य किया। केशव प्रसाद मौर्य साल 2014 में फूलपुर की लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं। अपना पहला चुनाव उन्होंने साल 2004 में लड़ा था।
केशव प्रसाद मौर्य का जन्म और माता – पिता – Keshav Prasad Maurya Birth & Mother – Father
केशव प्रसाद मौर्य का जन्म उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी जिले के सिराथू में 7 मई 1969 को हुआ था। उनका जन्म एक गरीब निर्धन परिवार में हुआ था। केशव प्रसाद मौर्य के पिता का नाम (Keshav Prasad Maurya Father) श्याम लाल मौर्य और माता का नाम (Keshav Prasad Maurya Mother) धनपति देवी मौर्य है। केशव प्रसाद मौर्य के परिवार में उनके दो भाई सुखलाल मौर्य, राजेंद्र कुमार मौर्य और तीन बहने सुमित्रा देवी, आशा देवी, कमलेश कुमारी हैं।
केशव प्रसाद मौर्य का बचपन बहुत ही कठिनाइयों भरा रहा। इनके पिता एक चाय की दुकान लगाते थे और गाँव में खेती किसानी का काम किया करते थे। परिवार की आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण केशव प्रसाद मौर्य ने बचपन में अपने पिता के साथ चाय की दुकान पर काम किया और अख़बार बेचने का काम किया। केशव प्रसाद मौर्य बचपन से ही बड़े सरल स्वाभाव और मिलनसार व्यक्तित्व वाले व्यक्ति हैं।
केशव प्रसाद मौर्य की शिक्षा – Keshav Prasad Maurya Education
केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा सिराथू के प्राथमिक विद्यालय से हासिल की। इसके बाद केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी आगे की शिक्षा सिराथू के जूनियर हाईस्कूल से प्राप्त की और माध्यमिक शिक्षा ओसा के विद्यालय से हासिल की। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण केशव प्रसाद मौर्य एक समय सब्जी बेचने का काम भी किया करते थे। बहुत सी कठिनाइयाँ आयीं लेकिन केशव प्रसाद मौर्य ने हिम्मत नही हारी। वे परेशानियों से लड़ते और पढ़ते भी रहे।
केशव प्रसाद मौर्य ने अपनी आगे की शिक्षा इलाहाबाद से प्राप्त की। स्नातक की शिक्षा उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में हासिल की। अपनी शिक्षा के दौरान ही केशव प्रसाद मौर्य की मुलाकात हिन्दू वादी नेता और विश्व हिन्दू परिषद के तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक सिंघल से हुई। केशव प्रसाद मौर्य अशोक सिंघल के विचारों से प्रेरित हुए और उन्होंने विहिप समेत देश के अन्य हिन्दूवादी संगठनों के साथ काम करना प्रारम्भ कर दिया।

केशव प्रसाद मौर्य का विवाह – Keshav Prasad Maurya Wife
केशव प्रसाद मौर्य का विवाह साल 1985 में राजकुमारी देवी मौर्य से हुआ था। उनकी पत्नी (Keshav Prasad Maurya Wife) गृहिणी हैं। उनका विवाह सिराथू के पास स्थित एक कस्बे से हुआ था। केशव प्रसाद मौर्य और उनकी पत्नी राजकुमारी देवी मौर्य से इनके दो बेटे योगेश कुमार मौर्य और आशीष कुमार मौर्य हैं।
केशव प्रसाद मौर्य का राजनैतिक जीवन – Keshav Prasad Maurya Political Career
केशव प्रसाद मौर्य अपनी शिक्षा के दौरान ही विहिप अध्यक्ष अशोक सिंघल के सम्पर्क में आ गये थे। केशव प्रसाद मौर्य डॉ अशोक सिंघल को अपना गुरु मानते हैं। इस कारण से उन्होंने राजनीति का ज्ञान भी अशोक सिंघल से प्राप्त किया और विश्व हिन्दू परिषद के साथ कई वर्षों तक काम भी किया। इसके अलावा केशव प्रसाद मौर्य ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बजरंग दल के साथ साथ अन्य हिन्दूवादी संघटनो के साथ काम किया।
इसके साथ धीरे-धीरे उन्होंने राजनीति (Keshav Prasad Maurya Wikipedia in Hindi) में भी अपनी पकड़ बनाई। केशव प्रसाद मौर्य के हिन्दूवादी संघठनों के सम्पर्क में आने से उन्हें भाजपा के साथ जुड़ने और कार्य करने का भी मौका मिला। केशव प्रसाद मौर्य ने श्रीराम जन्म भूमि मंदिर के जन आन्दोलन में भी भाग लिया वे कार सेवकों में भी सम्मिलित रहे। केशव प्रसाद मौर्य लगातार भाजपा के सम्पर्क में रहे। साल 2000 में केशव प्रसाद मौर्य पूर्ण रूप से राजनीति में आ गये। इन्हें राजनीति में लेन का श्रेय अशोक सिंघल को जाता है।
केशव प्रसाद मौर्य ने अपने राजनैतिक सफ़र को भारतीय जनता पार्टी के साथ आगे बढ़ाया। साल 2004 में केशव प्रसाद मौर्य ने अपना पहला चुनाव लड़ा] लेकिन इनके जीवन में संघर्ष अभी बाकी था, ये अपना पहला विधानसभा चुनाव हार गये। इसके बाद केशव प्रसाद मौर्य सक्रीय रूप से भाजपा के साथ जुड़े रहे और प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी का कद बढ़ाया। साल 2007 में एक बार फिर केशव प्रसाद ने विधासनभा चुनाव लड़ा, लेकिन 2007 के विधानसभा चुनाव में भी उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
केशव प्रसाद मौर्य ने साल 2012 में एक बार फिर विधानसभा चुनाव में अपनी किस्मत आजमाई, इस बार सीट थी कौशाम्बी की सिराथू। कौशाम्बी की सिराथू विधानसभा उनका गृह जनपद है। इस बार उनकी किस्मत पलटी और केशव प्रसाद मौर्य पहली बार सिराथू से विधानसभा के लिए चुने गए। अब तक वे राजनीति में अच्छा खासा समय व्यतीत कर चुके थे और उत्तर प्रदेश के भाजपा नेताओं में उन्हें जाना जाने लगा था।
इसके बाद साल 2014 में लोकसभा चुनाव होने वाले थे पूरे देश में मोदी लहर चल रही थी। भाजपा ने उन्हें प्रयागराज (पहले इलाहाबाद) की फूलपुर लोकसभा सीट से टिकट दिया और इस बार केशव प्रसाद मौर्य राजनीति में और चुनावी सफ़र में एक कदम आगे जा पहुंचे। उन्होंने फूलपुर लोकसभा सीट से जीत दर्ज की।
केशव प्रसाद मौर्य ने प्रदेश में भाजपा को और मजबूत किया कारण था कि वे अन्य पिछड़ा वर्ग की मौर्य जाति से आते हैं और उत्तर प्रदेश की जनसंख्या में इनका एक बड़ा भाग है। केशव प्रसाद मौर्य ने इन्हें भाजपा के पक्ष में लाने का काम किया। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इस बात को गम्भीरता से लिया और साल 2016 में केशव प्रसाद मौर्य को भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया गया।
केशव प्रसाद मौर्य उप- मुख्यमंत्री के रूप में – Keshav Prasad Maurya as Deputy Chief Minister
एक संघर्षशील नेता होने के कारण साल 2016 में केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। साल 2017 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने थे। भाजपा ने प्रदेश के चुनाव की व्यवस्था और चुनाव जीतने की जिम्मेदारी केशव प्रसाद मौर्य को दे दी। केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में भाजपा ने साल 2017 का चुनाव लड़ा और नारा दिया ‘अबकी बार तीन सौ पार’। केशव प्रसाद मौर्य और बीजेपी के शीर्ष नेताओं की मेहनत रंग लाई और प्रदेश में भाजपा ने 312 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की। इसके बाद योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनाया गया और केशव प्रसाद मौर्य को उपमुख्यमंत्री नियुक्त किया गया।
विधानसभा चुनाव 2022
केशव प्रसाद मौर्य साल 2017 से लेकर साल 2022 तक उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री के पद पर रहे। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार में वे लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री रहे। इसके बाद साल 2022 में विधानसभा चुनाव हुआ और केशव प्रसाद मौर्य एक बार फिर सिराथू विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी बनाए गए। प्रदेश में भाजपा ने एक बार फिर पूर्ण बहुमत से जीत दर्ज की लेकिन केशव प्रसाद मौर्य अपनी सिराथू सीट हार गये। इस बार सिराथू सीट पर समाजवादी पार्टी की पल्लवी पटेल ने जीत दर्ज की।

केशव प्रसाद मौर्य दूसरी बार उप- मुख्यमंत्री के रूप में – Keshav Prasad Maurya as Deputy CM 2nd time
साल 2022 में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बनाए गये। केशव प्रसाद मौर्य को उत्तर प्रदेश सरकार में एक बार फिर से उप- मुख्यमंत्री का दर्जा प्राप्त हुआ। इसके साथ ही बृजेश पाठक को दूसरे उपमुख्यमंत्री के रूप में चुना गया।
केशव प्रसाद मौर्य के मंत्रालय – Keshav Prasad Maurya Portfolio in UP Government
इसके साथ ही केशव प्रसाद मौर्य ने इस बार भी प्रदेश सरकार के कई विभागों की जिम्मेदारी सम्भाली। केशव प्रसाद मौर्य को इस बार ग्राम्य विकास एवं समग्र ग्राम्य विकास ग्रामीण अभियंत्रण विभाग, खाद्य प्रसंस्करण विभाग, मनोरंजन कर एवं सार्वजनिक उद्यम तथा राष्ट्रीय एकीकरण विभाग की जिम्मेदारी दी गई।
केशव प्रसाद मौर्य की कुल सम्पत्ति – Keshav Prasad Maurya Net Worth
उत्तर प्रदेश के दो बार उप- मुख्यमंत्री रहे केशव प्रसाद मौर्य के पास लगभग 9 करोड़ की कुल सम्पत्ति बताई जाती है।
FAQ’s
केशव प्रसाद मौर्य का जन्म कब हुआ था?
7 मई 1969
केशव प्रसाद मौर्य के पिता का नाम क्या है?
श्याम लाल मौर्य
केशव प्रसाद मौर्य की कुल सम्पत्ति कितनी है?
लगभग 9 करोड़
केशव प्रसाद मौर्य के कितने बेटे हैं?
2 बेटे, योगेश कुमार मौर्य और आशीष कुमार मौर्य
केशव प्रसाद मौर्य कितनी बार विधायक रहे हैं?
1 बार