Lord Rama Sister : कौन थीं भगवान राम की बहन? जानिए क्या है कहानी
Lord Rama Sister Name : भारत वर्ष से लेकर दुनिया के अलग- अलग देशों में भी भारतीय ग्रंथ बहुत पढ़े जाते हैं और उनसे जुड़ी कहानियों को जानने की भी सभी को बड़ी उत्सुकता रहती है। रामायण का नाम तो लगभग सब जानते हैं और बहुत से लोगों ने पढ़ी भी हुई है। रामायण की कथा से जुड़े एक पात्र के बारे में आज हम बात करेंगे जिनके बारे में बहुत कम लोगों को पता है।

राजा दशरथ की तीन रानियाँ कौशल्या, कैकेयी और सुमित्रा थीं। ये तो आप सभी जानते हैं। उनके 4 पुत्र थे, यह बात भी सभी जानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राजा दशरथ की एक पुत्री भी थी। आप सभी इस बात से वाकिफ हैं कि भगवान राम के तीन भाई भरत, शत्रुघ्न और लक्ष्मण थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भगवान राम के एक बहन भी थीं। आइये जानते हैं, कौन थीं भगवान राम की बहन जानिए क्यों नहीं है रामायण में उनका नाम (Lord Rama Sister)…
कौन थीं भगवान राम की बहन – Who Was Shanta Devi
रामायण और सभी ग्रंथों में जोकि भगवान राम के और राजा दशरथ के परिवार के बारे में बताते हैं उनमें यह लिखा है कि राजा दशरथ के चार पुत्र थे, लेकिन कहीं भी यह देखने को नहीं मिला कि उनकी एक पुत्री भी थी। लेकिन यह सत्य है कि राजा दशरथ की एक पुत्री थीं जिनका नाम शांता था। शांता राजा दशरथ और महारानी कौशल्या की पुत्री थीं।
शांता राजा दशरथ की पहली संतान भी थीं। राजा दशरथ के चार पुत्रों से पूर्व ही उनका जन्म हुआ था। राजा दशरथ पर लिखे एक दक्षिण भारत के ग्रन्थ में इस बात के बारे में लिखा गया है। कहा यह भी जाता है कि वे बहुत कुशल और वेद, ज्ञान आदि में निपुण थीं। कहा जाता है कि वह बचपन में ही अंगदेश चली गई थीं क्योंकि राजा दशरथ ने अंगदेश के राजा को उन्हें गोद दे दिया था।
शांता अयोध्या में क्यों नहीं रहीं – Lord Rama’s Sister Shanta Devi Story
कहते हैं कि राजा दशरथ और महारानी कौशल्या को एक पुत्री थीं। जिनका नाम उन्होंने शांता रखा। लेकिन अंगदेश के राजा रोमपद और उनकी पत्नी वर्षिणी एक बार अयोध्या आये। उनके कोई संतान नहीं थी। वर्षिणी महारानी कौशल्या की बहन थीं। उन्होंने राजा दशरथ और महारानी कौशल्या से शांता को गोद लेने की बात रखी, जिस पर राजा दशरथ और महारानी कौशल्या मान गये।
कहा यह भी जाता है कि शांता एक कन्या थीं और जिस कारण से वे अयोध्या की उत्तराधिकारी नहीं बन सकती थीं इसलिए राजा दशरथ ने उन्हें अंगदेश के राजा को पुत्री के रूप में दे दिया था। शांता बचपन में ही अंग देश चली गईं थीं इसलिए वे अयोध्या में ज्यादा नहीं रहीं। Also Read : Dhanteras Shopping : धनतेरस पर भूलकर भी घर ना लाएं ये सामान
शांता का विवाह किससे हुआ – Lord Rama Sister
कहा जाता है कि एक बार अंगदेश में बहुत बड़ी विपदा आ गई। पुरे देश में सूखे के कारण अकाल पड़ गया। पता करने पर अंगदेश के राजा को यह पता चला कि एक ऋषि उनके द्वार से भूखे चले गये हैं और जिसके कारण ही उनके राज्य में सूखा पड़ गया है।
अपनी इस समस्या के निदान के लिए वे ऋषि श्रृंग के पास पहुंचे उन्होंने सूखा को समाप्त करने के लिए उपाय पूछा, ऋषि के बताए उपाय से सब पहले जैसा हो गया। राजा इस बात से बड़े प्रसन्न हुए और उन्होंने अपनी पुत्री का विवाह ऋषि श्रृंग से कर दिया। इस प्रकार से शांता का विवाह ऋषि श्रृंग के साथ हो गया। Also Read : Govardhan Puja 2022 : गोवर्धन पूजा 2022 कब है? जानिए मुहूर्त और पूजा विधि
रामायण में क्यों नहीं है शांता का नाम – Lord Rama Sister in Ramayana
रामायण में राजा दशरथ और समूचे रघुकुल के बारे में बताया गया है लेकिन उसमें राजा दशरथ की पुत्री के बारे में क्यों नहीं बताया गया? इसका करण यह था कि शांता बचपन में ही अंगदेश चली गईं और वहां की राजकुमारी बना दी गईं वहीँ उनका विवाह भी हुआ। जिस कारण से वे कभी भी अयोध्या वापस लौटकर नहीं आयीं। इसलिए उनके विषय में रामायण और अन्य ग्रंथों में कुछ भी नहीं लिखा गया है। राजा दशरथ और महारानी कौशल्या ने उन्हें अंगदेश के राजा को गोद दे दिया था इसलिए राजा दशरथ के परिवार में उनका कहीं नाम नहीं आता है।