Lumpy Virus : हमारा देश कृषि प्रधान देश हैं। देश में ज्यादातर लोग अभी भी गावों में रहते हैं और उनकी जीविका का खेती के आलावा एक और साधन है और वह है पशु पालन। देश भर में बड़ी संख्या में पशु पालन किया जाता है। लेकिन कुछ समय से देश के किसान और पशु पालक देश में एक समस्या का सामना कर रहे हैं जो है लम्पी वायरस।
लम्पी वायरस देश के पशुओं और पशु पालकों के लिए बहुत बड़ी परेशानी के रूप में उभरा है। लम्पी वायरस एक बीमारी है। जो दरअसल दुधारू पशुओं में हो रही है। यह गायों के लिए जानलेवा साबित हो रही है. लम्पी वायरस एक स्किन डिजीज है।
इसके संक्रमण से मवेशियों के शरीर पर गांठे दिखाई देने लग जाती हैं और सही इलाज न मिलने से गायों की मौत हो जाती है। इस वायरस से पूरे देश में अब तक 50 हजार से अधिक गायों की मौत हो चुकी है। आइये विस्तार से जानते हैं कैसे गायों के लिए जानलेवा बना लम्पी वायरस (Lumpy Virus)…

लम्पी वायरस से प्रभावित राज्य – States affected by Lumpy Virus
- राजस्थान
- उत्तर प्रदेश
- हरियाणा
- गुजरात
- पंजाब
- मध्य प्रदेश
- दिल्ली
- महाराष्ट्र
लम्पी वायरस क्या है – What is Lumpy Virus in Hindi
लम्पी वायरस जानवरों में होने वाली एक बीमारी है। जो खासकर दुधारू पशुओं और गायों में हो रही है। लम्पी वायरस से गायों के शरीर में स्किन की गांठे नजर आने लगती हैं। जिससे गाय जल्दी ही कमजोर दिखाई देने लगती हैं। यह बीमारी पहली बार साल 1929 में अफ्रीका में पाई गई। जिसके बाद यह बीमारी कई देशों में अलग- अलग समय पर देखी गई है।
साल 2015-16 में यह बीमारी तुर्की, ग्रीस और रूस में देखी गई थी। भारत में यह वायरस सबसे पहले पश्चिम बंगाल में साल 2019 में देखी गई।जिसके बाद साल 2020 से इस बीमारी का विस्तार हुआ, जिसके बाद यह एशिया के अलग- अलग देशों में तेजी से फैली। साल 2022 आते-आते इस वायरस ने अपना विकराल रूप धारण कर लिया।
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लम्पी वायरस किन जानवरों को हो सकता है – animals affected by Lumpy Virus in Hindi
लम्पी वायरस मवेशियों में खास कर गायों में तेजी से फ़ैल रहा है। यह मुखरूप से दुधारू जानवरों में फैलने वाली बीमारी है। गाय, भैंस, बैल आदि जानवरों में यह बीमारी मुख्य रूप से फ़ैल रही है। इस बीमारी से पशु कमजोर हो जाये हैं और उनके शरीर पर गांठें नजर आने लगती हैं। कुछ समय बाद पशुओं की मौत भी हो जाती है। यह वायरस गोवंशों के लिए खतरा बना हुआ है।
लम्पी वायरस फैलने के कारण – Due to the spread of Lumpy Virus in Hindi
लम्पी वायरस गायों में तेजी से फैलने वाला एक वायरस है। जिसके प्रभाव से गायों की बहुत बड़ी संख्या में मौत हो रही है। यह वायरस मुख्य रूप से मच्छर के काटने, खून चूसने वाले कीड़ों के काटने तथा मक्खियों तथा जूं के काटने से फैलती है। यह एक संक्रामक बीमारी है जो पशुओं में एक दूसरे से तेजी से फैलती है। इस बीमारी को ‘गांठदार त्वचा रोग’ या एलएसडीवी कहा जाता है।
लम्पी वायरस के लक्षण – Lumpy Virus Symptoms in Hindi

लम्पी वायरस से पूरे देश में तथा एशिया के अन्य देशों में भी अनेक पशु ग्रसित हैं। लम्पी वायरस का सबसे पहला लक्षण होता है बुखार। बुखार आने के चार पांच दिनों के बाद पशुओं में लम्पी वायरस के लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं। लम्पी वायरस से ग्रसित होने के बाद गायों में कमजोरी आना, आँखों से पानी टपकना, मुंह से लार बहना, शरीर पर स्किन की गांठे बनना, भूख न लगना, लंगड़ाना और यदि कोई दुधारू पशु है तो दूध की मात्रा कम होना इसके प्रमुख लक्षण हैं। यह बीमारी गायों के लिए इतनी घातक है कि वायरस के संक्रमण के कुछ दिनों में इससे उनकी मौत हो जाती है।
लम्पी वायरस से बचाव – Lumpy Virus Preventions in Hindi
लम्पी वायरस बहुत ही खतरनाक बीमारी है यह गायों में संक्रमित गायों के सम्पर्क में आने से फैलती है। इसलिए संक्रमित गायों को स्वस्थ गायों से अलग रखें। लम्पी वायरस गंदगी, दूषित भोजन और दूषित पानी से भी फैलता है। इसलिए अपनी गायों को साफ पानी और अच्छा चारा दें। जहाँ पर गायों को रखते हैं वहां की नियमित रूप से सफाई कराएँ।
ध्यान रखें कि गायों के आस-पास मक्खी और मच्छर न इकट्ठा होने पायें। यदि गायों को जूँ हो जाते हैं तो उन्हें दवाइयों के माध्यम से निकाल दें। ऐसे उपाय करने से आप अपनी गायों को लम्पी वायरस से बचा सकते हैं। यदि किसी गाय की लम्पी वायरस से मौत हो गई है। तो उसे एक गहरे गड्ढे में दबा दें और उसके ऊपर चूना डाल दें। जिससे यह बीमारी किसी और पशु में न फैले। मरी हुई गायों के शवों को खुले में बिल्कुल ना छोड़ें।
लम्पी वायरस का इलाज – Lumpy Virus Treatment in Hindi
लम्पी वायरस के इलाज का टीका विकसित हो चुका है। हरियाणा के हिसार स्थित आईसीएआर- नेशनल रिसर्च सेंटर ऑन इक्वाइन ने आईसीएआर- पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान इज्जत नगर उत्तर प्रदेश के सहयोग से लम्पी वायरस की वैक्सीन ‘लम्पी-प्रोवैकइंड’ विकसित की है। जो गायों के इलाज में कारगर है।
यदि कोई गायों लम्पी वायरस से ग्रसित है तो पशु चिकित्सक से सलाह लेकर अपनी गायों का टीकाकरण कराएँ। इसके आलावा लम्पी वायरस के अन्य देशी इलाज भी हैं।जिनको करने से गायों को आराम मिलता है। पान का पत्ता, काली मिर्च नमक और गुड मिलाकर थोड़ी-थोड़ी मात्र में गायों को देने से उन्हें आराम मिलता है।
इसके साथ ही कम्पी का पत्ता लहसुन नीम का पत्ता, मेहँदी का पत्ता, नारियल या तिल का तेल, हल्दी और तुसली के पत्तों को मिलाकर पेस्ट तैयार करें और इसे गायों के शरीर पर घावों में लगाने से गायों को आराम मिलता है। इसके साथ ही संक्रमित गायों के आस-पास नीम के पत्ते का धुआं करें।
लम्पी वायरस से सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र – Areas Most Affected by the Lumpy Virus in Hindi
लम्पी वायरस पूरे देश में गायों के लिए जानलेवा बना हुआ है। पूरे देश में 50 हजार से भी ज्यादा गायों की मौत हो चुकी है। देश में यह वायरस सबसे ज्यादा राजस्थान में फैला हुआ है। राजस्थान के कई क्षेत्रों में बड़ी मात्र में गोवंशों की मौत हो हुई है। इसके आलावा यह वायरस उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, महाराष्ट्र और दिल्ली समेत अन्य राज्यों में फैला हुआ है। गुजरात में बहुत से पशुओं की लम्पी वायरस से मौत हो चुकी है। जिसके कारण से गुजरात के दूध प्लांट्स में दूध की कमी देखी जा रही है। आने वाले समय में देश में दूध की कमी हो सकती है।
क्या लम्पी वायरस इंसानों को भी हो सकता है – Lumpy Virus in Humans in Hindi
सवाल है कि क्या लम्पी वायरस जानवरों से इंसानों को भी हो सकता है या नहीं। तो इसका सीधा सा जवाब है कि यह इंसानों को नहीं हो सकता है। दरअसल लम्पी वायरस डिजीज से लड़ने की क्षमता इंसानों में जन्म से ही होती है। इस कारण से इस वायरस से इंसानों को कोई खतरा नहीं है। गौ पालक बिना डरे ही लम्पी वायरस से ग्रसित अपनी गायों की देशभाल कर सकते हैं।
लम्पी वायरस क्या है ?
लम्पी वायरस गायों में फलने वाला वायरस है
लम्पी वायरस किन राज्यों में फैला है ?
राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, गुजरात, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली में
लम्पी वायरस की वैक्सीन का नाम क्या है ?
लम्पी-प्रोवैकइंड