प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता एवं ऐसे प्रधानमंत्री जिन्हें भारत से लेकर विदेशों तक सबसे जयादा लोग प्रसंद करते हैं, नरेंद्र मोदी भारत में विकास पुरुष के रूप में जाने हैं, वे देश के सबसे बड़े राजनैतिक दल भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी दुनिया भर में बच्चों से लेकर बड़ों तक सबके दिलों पर राज करने वाले पहले नेता हैं। वह अपने मजबूत विचारों और निडर स्वभाव के लिए जाने जाते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने भारत देश के विकास में अहम भूमिका निभाई है। गुजरात राज्य से सम्बन्ध रखने वाले प्रधानमंत्री मोदी गुजरात सरकार में चार बार मुख्यमंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी को दुनिया में शायद ही कोई ऐसा हो जो नहीं जानता हो। वह दुनिया भर में सबसे ज्यादा पसंद किये जाने वाले नेता है। आइये जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जीवन परिचय (Narendra Modi Biography in Hindi)
नरेंद्र मोदी की जीवनी – Narendra Modi Biography in Hindi
पूरा नाम | नरेंद्र दामोदरदास मोदी |
उपनाम | नमो |
जन्म की तारीख | 17 सितम्बर 1950 |
उम्र | 72 |
जन्म स्थान | वडनगर, गुजरात |
पिता का नाम | दामोदर मूलचंद मोदी |
माता का नाम | हीराबेन मोदी |
भाई- बहन | सोमाभाई मोदी, अमृत मोदी, प्रहलाद मोदी, पंकज मोदी, वासंतीबेन हंसमुखलाल मोदी (बहन) |
वैवाहिक स्थित्ति | विवाहित |
पत्नी का नाम | जशोदाबेन |
शैक्षिक योग्यता | गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीतिशास्त्र में एमए |
धर्म | हिंदू |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
राशि | वृश्चिक राशि |
पेशा | राजनेता |
पद | भारत के प्रधानमंत्री |
राजनितिक दल | भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) |
सम्पत्ति | लगभग 3 करोड़ 10 लाख रूपये |
नरेंद्र मोदी जन्म और माता-पिता, परिवार – Narendra Modi Birth and Family
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का जन्म 17 सितम्बर 1950 को वडनगर गुजरात में हुआ था। इनका पूरा नाम नरेंद्र दामोदरदास मोदी है। नरेंद्र मोदी गुजरात के एक मध्यमवर्गीय परिवार में जन्मे थे। इनके पिता का नाम दामोदर मूलचंद मोदी था और माता का नाम हीराबेन मोदी (Heeraben Modi) है।
इनके चार भाई सोमभाई मोदी, अमृत मोदी, प्रहलाद मोदी और पंकज मोदी हैं, इनकी एक बहन भी हैं उनका नाम वासंती मोदी है। नरेंद्र मोदी का बचपन बड़ी कठिनाइयों के साथ बीता।
इनके पिता अपने परिवार का पालन- पोषण करने के लिए वडनगर गुजरात के रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान लगाते थे। नरेंद्र मोदी जब थोडा बड़े हुए तो उन्होंने अपने पिता के काम में उनका हाथ बंटाना शुरू कर दिया।
नरेंद्र मोदी का अपनी माता के प्रति बहुत अधिक जुड़ाव है। वह प्रधानमंत्री बनने के बाद भी अपनी माता से मिलने समय-समय पर जाया करते हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
नरेंद्र मोदी की शिक्षा – Narendra Modi Education
नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा गुजरात के वडनगर से ही पूरी की। जिसके बाद उन्होंने वडनगर से ही 12वीं की शिक्षा पूरी की। नरेंद्र मोदी बचपन से ही शिक्षा के क्षेत्र में एक औशत छात्र की तरह थे, उन्हें जादा पढाई में रूचि नहीं थी। प्रधानमंत्री बनने के बाद एक इन्टरव्यू में उनके प्रधानाध्यापक ने बताया कि वह नाटक में रूचि लेते थे, उन्हें प्रतियोगिताएं में भाग लेना बहुत पसंद था। नरेंद्र मोदी ने आगे की शिक्षा राजनीती शास्त्र विषय में पूरी की।

इन्होने दिल्ली यूनिवर्सिटी से दूरस्थ शिक्षा के रूप में राजनीतिशास्त्र में अपने स्नातक की शिक्षा प्राप्त की। इसके बाद इन्होंने गुजरात विश्वविद्यालय से राजनीतिशास्त्र में ही एमए किया। प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) को पुस्तकें पढने में अधिक रूचि थी, वह पुस्तकालय में भी अपना समय बिताया करते थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने राजनीति में अपनी विशेष छवि को बनाने के लिए अमेरिका के एक इंस्टीट्यूट से ‘इमेज मैनेजमेंट और पब्लिक रिलेशंस’ में 3 महीने का कोर्स भी किया था।
नरेंद्र मोदी जब महज 9 वर्ष के थे तभी से वह राष्ट्रवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के साथ जुड़ गये थे। वह बचपन से ही देश प्रेम को सर्वोपरि मानने वाले थे।
नरेंद्र मोदी का सामाजिक जीवन – Narendra Modi Social Life
नरेंद्र मोदी का बचपन बहुत सी कठिनाइयों के बीच बीता। बहुत कम उम्र में उन्होंने अपने पिता के काम में हाथ बटाना प्रारंभ कर दिया था। वह अपने पिता के साथ वडनगर रेलवे स्टेशन पर लोगों को चाय देने का काम करते थे। बारहवीं की शिक्षा प्राप्त करने के बाद नरेंद्र मोदी ने अपना घर छोड़ दिया था। घर छोड़ने के बाद उन्होंने भारत भ्रमण किया, जिसमे वह देश के अलग-अलग स्थानों पर गये और अपने देश के बारे में जाना।
नरेंद्र मोदी को अध्यात्म में बहुत रूचि थी वह साधू-संतों का बहुत ही आदर करते थे। जिस कारण से घर छोड़ने के बाद वह 2 वर्ष के लिए हिमालय भी गये थे, जहाँ इन्होने साधू-संतों के साथ समय बिताया। कुछ समय के उपरांत वह घर वापस आये और उन्होंने अपने बड़े भाई के साथ चाय के स्टाल पर कार्य करना प्रारम्भ किया।
नरेंद्र मोदी का विवाह – Narendra Modi Marriage
नरेंद्र मोदी जब वापस आये तो उनकी माता ने उनका विवाह 17 वर्ष की आयु में जशोदाबेन के साथ कराया। परन्तु उनका विवाह ज्यादा समय तक नहीं चल सका, कुछ समय वह घर में रहे उसके उपरांत उन्होंने अपनी पत्नी से अलग रहने की इच्छा जाहिर की और दोनों अलग-अलग रहने लगे। इनकी पत्नी जशोदाबेन जमनालाल मोदी एक शिक्षक हैं।
राजनैतिक जीवन की शुरुआत – Narendra Modi Political Career
नरेंद्र मोदी अपने बचपन से ही आरएसएस के साथ जुड़े थे। नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) अपने स्कूल के दिनों में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य थे और छात्र राजनीति और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में भी काम कर रहे थे। नरेंद्र मोदी ने विवाह के बाद गुजरात के अहमदाबाद आकर आरएसएस के साथ जुडकर एक कार्यकर्ता के रूप में काम करने का फैसला किया।
उन्होंने अहमदाबाद स्थित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ में अपनी सेवाएं दी। लेकिन आपातकाल के समय तत्कालीन प्रधानमंत्री और कांग्रेस नेता इंदिरा गाँधी ने आरएसएस पर प्रतिबन्ध लगा दिया था। जिस कारण से नरेंद्र मोदी को कुछ समय के लिए जेल भी जाना पड़ा था। नरेंद्र मोदी उस समय आरएसएस के एक प्रमुख कार्यकर्ता हुआ करते थे।
भारतीय जनता पार्टी से जुड़ाव – Narendra Modi in Bhartiya Janata Party
नरेंद्र मोदी आरएसएस के कार्यकर्ता के रूप में अपने कर्तव्य को निभा रहे थे। आपातकाल के समय जब इंदिरा गाँधी ने आरएसएस पर प्रतिबन्ध लगा दिया, नरेंद्र मोदी और अन्य कार्यकर्ताओं ने मिलकर आपातकाल का विरोध किया। इसके बाद उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ संगठन को मजबूत किया। अपातकाल के बाद वह एक प्रतिष्ठित कार्यकर्ता और नेता के रूम में उभरे। साल 1887 में नरेंद्र मोदी ने भारतीय जनता पार्टी (जनसंघ) की सक्रिय सदस्यता ग्रहण की और अहमदाबाद के नगरपालिका के चुनावों में भाजपा के लिए प्रचार-प्रसार किया। जिससे भारतीय जनता पार्टी की विजय हुई।
प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) तत्कालीन भाजपा नेता अटल बिहारी बाजपेई को अपना प्रेरणास्रोत मानते थे और उन्ही के पद चिन्हों पर चलना चाहते थे। नरेंद्र मोदी ने भाजपा में शामिल होने के बाद भारतीय जनता पार्टी को मजबूत करने के लिए कार्य करना प्रारम्भ कर दिया। इनमें पार्टी के लिए कार्य करने और एक कुशल राजनेता के सभी गुण मौजूद थे। साल 1990 में उन्होंने लाल कृष्ण आडवाणी की अयोध्या रथ यात्रा की कमान सम्भाली और उसे पूर्ण कराया। जिससे उन्हें पार्टी में उनकी सही पहचान मिली।
इसके बाद नरेंद्र मोदी ने भाजपा के सक्रीय सदस्य के रूप में काम किया और पार्टी को मजबूत करने में अपनी अहम भूमिका निभाई। गुजरात से लेकर हिमांचल प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली राज्यों के चुनावों में भी महत्वपूर्ण रूप से कार्य किया। इस दौरान उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के संगठन में अलग-अलग कई पदों पर काम किया। साल 1998 में नरेंद्र मोदी भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव नियुक्त किये गये। साल 2001 तक उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव के रूप में सेवाएं दीं।
गुजरात के मुख्यमंत्री का दायित्व – Narendra Modi as a Chief Minister
साल 2001 में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल के स्वास्थ्य खराब होने के कारण नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) को गुजरात के उपमुख्यमंत्री के रूप में कार्य करने का प्रस्ताव मिला। लेकिन उन्होंने यह स्वीकार नहीं किया और गुजरात उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा, कई सीटें भाजपा ने गवां दी।
पार्टी को मजबूत बनाने के लक्ष्य के साथ साल 2001 में केशुभाई पटेल को हटाकर नरेंद्र मोदी को भारतीय जनता पार्टी ने 7 अक्टूबर 2001 को गुजरात का मुख्यमंत्री बना दिया। कुछ समय बाद गुजरात में चुनाव होने थे, इस कारण से नरेंद्र मोदी ने गुजरात में भाजपा की स्थिति को सही किया और 2002 में एक बार फिर भाजपा ने गुजरात चुनावों में अच्छा प्रदर्शन कर जीत दर्ज की।
27 दिसम्बर 2002 को नरेंद्र मोदी दूसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने। इस दौरान इन्होनें गुजरात को सम्रद्ध बनाने के लिए बहुत से काम किये। 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद साल 2007 में एक बार फिर विधानसभा चुनाव हुए और भाजपा ने जीत दर्ज की यह तीसरी बार था जब 23 दिसम्बर 2007 को नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यभार सम्भाला। 5 वर्ष का कार्यकाल पूरा करने के बाद नरेंद्र मोदी ने 20 दिसम्बर 2012 को लगातार चौथी बार गुजरात के मुख्यमंत्री का कार्यभार सम्भाला।
वह लगातार चार बार गुजरात के मुख्यमंत्री रहे और इस दौरान उन्होंने गुजरात को बड़े स्तर पर उद्योग के क्षेत्र में विकसित किया। गुजरात विकास का एक माडल बन चुका था। नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री रहते हुए देश ही नहीं विदेशों में भी गुजरात को विकास के क्षेत्र में ख्याति दिलाई।
2014 में लोकसभा चुनाव – Loksabha Election’s 2014
पूरे देश में आज़ादी के बाद से कांग्रेस की सरकार चली आ रही थी। देश के नागरिक अब बदलाव चाहते थे और इस बात को भारतीय जनता पार्टी ने बड़ी मजबूती से लिया। साल 2014 में लोकसभा चुनावों में भाजपा ने नरेंद्र मोदी का नाम प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए घोषित कर दिया। गुजरात में इनके कार्यों को और नरेंद्र मोदी की छवि को भारत की जनता ने खूब पसंद किया। नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनावों में बड़ी भूमिका निभाई।

इनका नाम एक ब्राण्ड बन चुका था। लोकसभा चुनाव में मोदी ने भाजपा को विजय दिलाने के लिए पूरे देश में करीब 430 रैलियां कीं। लोग उन्हें सुनने को लाखों की संख्या में आते थे, इन रैलियों के माध्यम से इन्होंनें जनता से अनेक वादे किए। इस चुनाव में इन्होने उत्तर प्रदेश की अध्यात्म नगरी बनारस और वडोदरा दो सीटों से चुनाव लड़ने का फैसला किया।
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यह लोगों के बीच इतने लोकप्रिय हो चुके थे कि साल 2014 में भाजपा ने पूरे भारत में बहुमत से जीत दर्द की। आंकड़े ऐसे थे कि जिन जगहों से उम्मीद ही नहीं थी वहां से भी भाजपा को सीटें मिलीं। नरेंद्र मोदी ने बनारस और वडोदरा दोनों सीटों पर जीत दर्ज की। इस चुनाव में भाजपा को 282 सीटें मिली।
नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में – Narendra Modi as A Prime Minister
साल 2014 में भाजपा ने बहुमत प्राप्त किया और 26 मई 2014 को नरेंद्र दामोदर दास मोदी (Narendra Modi) ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण किया। और नरेंद्र मोदी भारत के 14वें और आजाद भारत में जन्म लेने वाले पहले प्रधानमंत्री बने। इसके बाद प्रधानमंत्री के रूप में मोदी ने भारत की जनता से 100 दिनों में देश में विकास का वादा किया। इन्होंने इस दौरान बहुत से विकास कार्य किये। इन्होंने भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य, कालाधन, स्वच्छता आदि तमाम मुद्दों पर काम करने का फैसला किया। हालाकि 100 दिनों में इनकी सरकार ने कोई खास प्रदर्शन नहीं किया। लेकिन इन्होनें प्रधानमंत्री बनने के बाद देश में बहुत से बड़े-बड़े फैसले लिए।
नरेंद्र मोदी दूसरी बार प्रधानमंत्री के रूप में – Narendra Modi as a Prime Minister For the Second Time
साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने देश में बहुत से बड़े फैसले लिए और जनता ने उनके काम को खूब सराहा। इन्होनें अपना 5 वर्ष का कार्यकाल प्रधानमन्त्री के रूप में पूरा किया और 2019 में एकबार फिर से लोकसभा चुनाव हुआ। इस चुनाव में नरेंद्र मोदी के नाम का ब्राण्ड एक बार फिर काम आया। एक बार फिर से मोदी लहर पूरे देश में चली और भाजपा को पहले से अधिक सीटों के साथ बहुमत प्राप्त हुआ। भाजपा ने इस बार 303 सीटें जीती। यह देश में पहली बार हुआ था, जब किसी नेता ने दूसरी बार इतनी बड़ी बहुमत से जीत दर्द की हो।
भारत की जनता ने इनके काम को खूब पसंद किया था, जिसका परिणाम था दूसरी बार भाजपा की पूर्ण बहुमत से जीत। 2019 का चुनाव देश ही नहीं पूरे विश्व में छाया रहा। 2019 में मोदी ने चुनावों के लिए एक नारा दिया जो था “सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास” को लोगों ने बहुत पसंद किया। भारत की जनता ने नरेंद्र मोदी को देश के विकास की उम्मीदों के साथ एक बार फिर प्रधानमंत्री के रूप में स्वीकार किया। 30 मई 2019 को नरेंद्र दामोदरदास मोदी ने एक बार फिर भारत के 15वें प्रधानमन्त्री के रूप में शपथ ली।
प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी के ऐतिहासिक कार्य – Narendra Modi Historical Work’s
प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने अपने कार्यकाल में पूरे देश में तमाम ऐतिहासिक कार्य किये हैं। पूरे देश को इनसे बहुत उम्मीदें थी। प्रधानमंत्री मोदी लोगों की उम्मीदों पर खरे उतरे। प्रधानमंत्री मोदी ने अपने 2019 के कार्यकाल में धारा 370 हटाकर जम्मू-कश्मीर को केंद्र शाषित प्रदेश का दर्जा दिया। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को खत्म करने का काम किया। नरेंद्र मोदी ने विदेशों में जमा कालाधन वापस लाने के लिए नोट बंदी की।
इसमें उन्होंने देश में चल रहे 500 और 1000 के नोट को अवैध घोषित कर दिया, इसके आलावा नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने अपने पहले कार्यकाल में राम मंदिर के निर्माण का रास्ता साफ़ क्र दिया, स्वच्छ भारत अभियान के माध्यम से देश को स्वच्छ करने का संकल्प लिया। डिज़िटल इंडिया योजना के माध्यम से देश को डिजिटल रूप से सशक्त करने का पर काम किया, आतंकवाद और पाकिस्तान की गलत गतिविधियों को उनकी भाषा में एयर स्ट्राइक के माध्यम से जवाब दिया।
अपने कार्यकाल में भारतीय सेनाओं को मजबूत करना इनका लक्ष्य रहा। नमामि गंगे योजना के माध्यम से गंगा को निर्मल बनाना और अन्य कई एतिहासिक कार्य किए जैसे, उज्ज्वला योजना, जनधन योजना, स्किल इण्डिया, मेक इन इंडिया आदि।
अपने दूसरे कार्यकाल में प्रधानमंत्री मोदी (Narendra Modi) ने कोरोनाकाल के दौरान जनता के लिए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से जनता को राशन वितिरित किया एवं स्वास्थ्य सुविधाओं पर कार्य किया और कोरोना काल में भी देश की जनता का सदैव ध्यान रखा और भारत ने कोरोना के लिए बहुत कम समय में वैक्सीन भी बना ली। देशवासियों को मुफ्त में कोरोना का टीका दिया।
नरेंद्र मोदी के अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध – Narendra Modi International Relations
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कुशल नेत्रत्व से देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के साथ बहुत अच्छे सम्बन्ध स्थापित किए हैं। इन्होने अपने कार्यकाल में बहुत सी विदेश यात्रायें की और अनेक देशों के प्रतिनिधियों को भारत आने का न्योता भी दिया। इस कारण से पूरी दुनिया में भारत के मजबूत सम्बन्ध हैं। नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की बड़े-बड़े देशों के नेताओं के साथ मित्रता है। उनका नेत्रत्व और कार्य करने का तरीका लोगों के बीच खूब प्रचलित है, जिसे पूरी दुनिया पसंद करती है। प्रधानमंत्री मोदी स्वयं दुनिया भर में सबसे अधिक पसंद किये जाने वाले नेता हैं। अमेरिका, रूस, जापान, ब्रिटेन जैसे अन्य बड़े-बड़े देशों के साथ भारत के अच्छे सम्बन्ध हैं।
नरेंद्र मोदी के विवाद – Narendra Modi Controversies
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) बहुत अधिक पसंद किये जाते हैं। परन्तु उनका नाम विवादों में काफी समय से रहा है। 2001 में गोधरा कांड के उनका नाम प्रमुख रूप से रहा, जिसमें मुस्लिमों ने गुजरात से अयोध्या जा रही ट्रेन में आग लगा दी थी। जिससे बहुत से लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद गुजरात में दंगे हुए और इन पर आरोप था कि इन्होने गुजरात में मुस्लमों की हत्या के लिए दंगे करवाए। बाद में उन्हें इस केस में कोर्ट के द्वारा क्लीन चिट दे दी गई थी। गुजरात दंगों के कारण अमेरिका ने उनका वीजा कैंसिल कर दिया था, जो कि बाद में साल 2015 में फिर से बहाल हो गया।
नरेंद्र मोदी की योजनायें – Narendra Modi Government scheme’s
- प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना
- स्वच्छ भारत अभियान
- नमामि गंगे
- प्रधानमन्त्री उज्ज्वला योजना
- डिजिटल इण्डिया
- प्रधानमंत्री जन धन योजना
- उड़ान योजना
- मेक इन इंडिया
- प्रधानमन्त्री किसान सम्मान निधि
- आयुष्मान भारत योजना
- प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना
- प्रधानमंत्री सुकन्या सम्रद्धि योजना
- बेटी बचाव, बेटी पढ़ाओ
FAQ’s
नरेंद्र मोदी का जन्म कब हुआ था?
17 सितम्बर 1950
नरेंद्र मोदी ने कितनी शिक्षा प्राप्त की है?
राजनीतिशास्त्र में एमए
नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री कितनी बार बनें?
चार बार
नरेंद्र मोदी का पूरा नाम क्या है?
नरेंद्र दामोदरदास मोदी
नरेंद्र मोदी पहली बार मुख्यमंत्री कब बनें?
7 अक्टूबर 2001