पत्थरचट्टा (Patharchatta) एक ऐसा पौधा है जो अपने आप में तमाम औषधीय गुणों को समेटे हुए है। इस पेड़ की पत्तियों के उपयोग से बहुत सी गम्भीर बीमारियों से निजात मिलती है। भारत में ज्यादा तर क्षेत्रों में पत्थर चट्टा को अबूजा के नाम से जाना जीता है। पत्थर चट्टा का पौधा ऐसे इलाकों में पाया जाता है जो ज्यादातर गर्म इलाके होते हिं लेकिन वहां अक्सर बारिश होती रहती है। यह पौधा वन क्षेत्रों में पाया जाता है।

अजूबा का पौधा मुख्य रूप से क्रसुलाकेआ (Crassulaceae) प्रजाति का है। ब्रायोफिलम पिनाटा (Bryophyllum pinnatum) पत्थरचट्टा का वैज्ञानिक नाम है। पत्थरचट्टा पथरी, रक्तचाप सिरदर्द अस्थमा जैसी गम्भीर बीमारियों के इलाज में काम आता है। आइये जानते हैं पत्थरचट्टा या अजूबा के फायदे एवं नुकसान (Patharchatta Benefits & Side effects in Hindi)…
पत्थरचट्टा या अजूबा का पौधा
पत्थरचट्टा प्लांट (Patharchatta Plant) एक ऐसा पौधा है जो पूरे साल पाया जाता है। पौधे की हाइट लगभग 1-2 मीटर तक लम्बा होता है। यह पेड़ भारत देश में वन क्षेत्रों में तो आसानी से उपलब्ध होता ही है साथ ही इसके औषधीय गुणों के कारण लोग अजूबा का पौधा अपने घरों में भी लगाते हैं। अजूबा प्लांट की पत्तियों में बहुत से औषधीय गुण उपलब्ध होते हैं जिसके कारण इनका सबसे ज्यादा उपयोग दवाइयों के लिए किया जाता है। इस पेड़ का तना लाल या हरे रंग का होता हिया जो अन्दर से खोखला होता है। सबसे ज्यादा इंटरेस्टिंग यह बात है कि इस पेड़ की पत्तियों से नये पौधे उगाए जा सकते हैं।
पत्थरचट्टा के अन्य नाम –
पत्थरचट्टा का वैज्ञानिक नाम (Patharchatta Scientific Name) | ब्रायोफिलम पिनाटा (Bryophyllum pinnatum) |
पत्त्थरचट्टा का अंगेजी में नाम ( Patharchatta Name in English) | कलानचो पिनाटा (Kalancheo Pinnata) |
पत्त्थरचट्टा के अन्य नाम | मिरेकल लीफ, एयर प्लांट, कैथेड्रिलल वेळ, लीफ ऑफ़ लाइफ, गोएथ पौधे |
पत्थरचट्टा के आयुर्वेदिक नाम | भष्मपथरी, पाषाणभेद, पणपुट्टी |
पत्थरचट्टा या अजूबा के पत्ते के फायदे
पत्थरचट्टा के पौधे और अजूबा की पत्ती में बहुत से औषधीय गुण होते हैं जिसके कारण यह पौधा बहुत सी गम्भीर बीमारियों के इलाज के काम आता है। यह पेड़ ना सिर्फ घरेलू दवाओं बल्कि आयुर्वेद और एलोपैथिक दवाओं में भी उपयोग किया जाता है। पत्थर चट्टा में जीवाणुरोधी, एंटीवायरल, एंटी मिक्राबियल, एंटीफंगल, एंटी हिस्टामाइन जैसे तमाम गुण मौजूद हिं जिसके कारण किडनी की बिमारियों, गुर्दे की पथरी, पेट सम्बन्धी समस्याओं और आँखों की समस्याओं जैसी तमाम बिमारियों के इलाज का रामबाण उपाय है। ये भी पढ़ें – कलौंजी का सेवन करने के 10 बड़े फायदे, ऐसे करें उपयोग
पत्थरचट्टा का पेड़ घावों के लिए
पत्थर चट्टा का पेड़ आपके शरीर के होने वाले घावों को दूर कर सकता है। यदि आप किसी को कोई चोट लगी है तो उस पर पत्थर चट्टा की पत्तियों को लेकर हाथ में मशलकर उनका रस निकाल कर गुनगुना करके घाव पर लगाने से घाव में आराम मिलता है और ऐसा लगातार करने से घावों के निशान भी चले जाते हैं।

पत्थरचट्टा का पेड़ गुर्दे की पथरी के लिए – Patharchatta for kidney stone
आज कल पथरी होना बड़ी आम बात हो गई है लेकिन ये एक गम्भीर समस्या है। इससे भी गम्भीर यह बात है जब गुर्दे में पथरी हो जाये। लेकिन पत्थरचट्टा के पेड़ को ज्यादा मात्र में पानी में उबाल लें और इश्मे शिलाजीत और शहद मिलाकर काढ़ा तैयार कर ले। इस काढ़े को दिन में दो बार सेवन करने से गुर्दे की पथरी की समस्या ठीक हो सकती है।
पत्थरचट्टा का पेड़ फोड़ों के इलाज में
यदि किसी के शरीर में फोड़े ज्यादा मात्र में हो रहे हैं तो वे लोग पत्थर चट्टा की पत्त्यों को दवाओं के रूप में उपयोग कर सकता है। फोड़ों के इलाज के लिए पत्थर चट्टा प्लांट की पत्तियों को लेकर उन्हें हल्का गरम करके फोड़े और सूजन वाली जगह पर बांधने से सूजन कम होती है और इलाज जल्दी होता है।
पत्थरचट्टा का पेड़ योनि समस्याओं के लिए
महिलाओं को योनी स्त्राव की समस्या होती है और पत्थर चट्टा इसका रामबाण इलाज है। इस समस्या से निजात पाने के लिए पत्त्थरचट्टा के पद्दों को 40 से 60 एमएल काढ़े में शहद मिलाकर पीने से आराम मिलता है। जल्द से जल्द प्रभाव देखने के लिए दिन में 2 बार उपयोग करें।
पत्थरचट्टा का पेड़ सिर दर्द में
अजूबा का पेड़ सिर दर्द की समस्या में समस्या में बहुत ही ज्यादा फायदे मंद है। सिर दर्द से आराम पाने के लिए आप पत्थर चट्टा की पत्तियों को डायरेक्ट उपयोग में ला सकते हैं। इसके लिए आप पत्थर चट्टा की पत्ती को पेड़ से तोड कर साफ़ कर लीजिए और उसे अपने माथे पर चिपका लीजिये ऐसा करने से कुछ देर बाद आपको सिर दर्द में आराम मिलेगी।
पत्थरचट्टा का पेड़ मूत्र विकार में
पत्थर चट्टा का पेड़ और इसकी पत्तियां मूत्र विकारों से निजात दिलाती हैं। इसके लिए पत्थर चट्टा की पत्तियों का रस शहद में मिलाकर उपयोग करें इसके अलावा काढ़े में शहद मिलाकर उपयोग करने से भी आराम मिलेगा। ये भी पढ़ें – ये 5 फूड डायबिटीज को करते हैं कंट्रोल, आज से करें सेवन
पत्थरचट्टा का पेड़ आँखों के लिए
आज कल आँखों में दर्द और सूजन की समस्या बहुत ही आम हो चुकी है। मोबाईल और कम्प्यूटर के उपयोग से समस्याएँ बढ़ रही हैं लेकिन पत्थर चट्टा आपकी इस समस्या का इलाज भी कर सकता है। इसके लिए आप पत्थर चट्टा की पत्तियों को लें और इसका रस निकाल लें और आँखों के चरों तरफ इसे लगाने से दर्द की समस्या में आराम मिलेगा।
पत्थरचट्टा के नुकसान
पत्थरचट्टा बहुत फायदेमंद है लेकिन इसके जितने फायदे हैं उसी तरह से इसके नुकसान भी होते हैं। पत्थर चट्टा का सबसे बड़ा नुकसान यह हो सकता है की यह शरीर में विषाक्त उत्पन्न कर दे ऐसे में आपको पेट दर्द, सीने में जलन और जी मिचलाना या फिर उल्टी दस्त जैसी समस्या हो सकती है। इससे एलर्जी भी हो सकती है। इसलिए उपयोग के बाद यदि ऐसी समस्या हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें।