Pushkar Singh Dhami Biography in Hindi | पुष्कर सिंह धामी का जीवन परिचय
Pushkar Singh Dhami : पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री हैं। उत्तराखण्ड में जन्मे पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड राज्य के अब तक दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। पुष्कर सिंह धामी भारतीय जनता पार्टी के नेता हैं और अपने शैक्षिक जीवन से ही उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत कर दी थी। पुष्कर सिंह धामी 2 बार विधायक भी रह चुके हैं।

उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत के बयानों की वजह से उन्हें मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने पुष्कर सिंह धामी को मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया। पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड के अब तक के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री हैं। आइये जानते हैं पुष्कर सिंह धामी का जीवन परिचय (Pushkar Singh Dhami Biography in Hindi)…
पुष्कर सिंह धामी की जीवनी – Pushkar Singh Dhami Biography in Hindi
पूरा नाम | पुष्कर सिंह धामी |
जन्म | 16 सितम्बर 1975 |
आयु | 46 वर्ष |
जन्म स्थान | कनालीछीनी, पिथौरागढ़ उत्तराखण्ड |
पिता का नाम | शेर सिंह धामी |
माता का नाम | बिशना देवी |
बहन | 3 बहनें |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
विवाह की तारीख | 05 फरवरी 2011 |
पत्नी का नाम | गीता धामी |
बच्चे | दिवाकर धामी, प्रभाकर धामी |
धर्म | हिन्दू |
जाति | क्षत्रिय |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
शैक्षिक योग्यता | लखनऊ विश्वविद्यालय से कानून में स्नातक |
राशि | कन्या |
व्यवसाय | राजनेता |
राजनैतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
पद | मुख्यमंत्री (उत्तराखंड) |
गृह नगर | खटीमा, उधम सिंह नगर, उत्तराखण्ड |
कुल सम्पत्ति | लगभग 49.15 लाख (2017) |
पुष्कर सिंह धामी कौन हैं? – Who is Pushkar singh Dhami
पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) देवभूमि के नाम से विख्यात उत्तराखण्ड राज्य के 12वें मुख्यमंत्री हैं। पुष्कर सिंह धामी उत्तराखण्ड राज्य के खटीमा विधानसभा क्षेत्र से 2 बार विधायक रह चुके हैं। पुष्कर सिंह धामी भाजपा की युवा विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् और हिंदूवादी संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने साल 2002 से साल 2008 तक उत्तराखण्ड प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की युवा शाखा बीजेपी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर काम किया है। उन्होंने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के विभिन्न पदों पर कार्य किया है। पुष्कर सिंह धामी को साल 2021 में पहली बार उत्तराखण्ड का मुख्यमंत्री बनाया गया।
पुष्कर सिंह धामी जन्म, माता- पिता – Pushkar Singh Dhami Birth, Mother-Father
पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) का जन्म 16 सितम्बर 1975 को टुण्डी गाँव कनालीछीनी, पिथौरागढ़ उत्तराखण्ड में हुआ था। इनका परिवार मूल रूप से खटीमा उधमसिंह नगर का रहने वाला है। लेकिन इनके पिता के तबादले की वजह से इनका जन्म पिथौरागढ़ में हुआ था। पुष्कर सिंह धामी के पिता का नाम शेर सिंह धामी है तथा माता का नाम बिशना देवी है। इनके पिता सेना में सेवानिवृत्त सूबेदार थे तथा माता गृहिणी हैं। इनके पिता का साल 2020 में निधन हो गया था। पुष्कर सिंह धामी के परिवार में इनके माता-पिता के अलावा इनकी तीन बड़ी बहने हैं।

पुष्कर सिंह धामी का शैक्षिक जीवन – Pushkar Singh Dhami Education
पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा टुण्डी गाँव में ही प्राप्त की। जिसके बाद उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा पिथौरागढ़ उत्तराखण्ड से प्राप्त की। जिसके बाद वह अपनी उच्च शिक्षा के लिए उत्तर प्रदेश आ गये और उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक की शिक्षा वकालत में बैचलर ऑफ़ आर्ट्स में प्राप्त की। जिसके बाद उन्होंने मानव संसाधन प्रबंधन और प्रोद्योगिक संबंध में लखनऊ विश्विद्यालय से मास्टर डिग्री प्राप्त की। इसके साथ ही लखनऊ विश्वविद्यालय में शिक्षा प्राप्त करते हुए वे अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सदस्य बन गये।
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पुष्कर सिंह धामी का वैवाहिक जीवन -Pushkar Singh Dhami Wife
पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) का विवाह 05 फरवरी 2011 को हुआ। इनकी पत्नी का नाम गीता धामी है। इनकी पत्नी गीता धामी एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इसके साथ- साथ गीता धामी पुष्कर सिंह धामी के राजनैतिक जीवन में उनका सहयोग करती रहती हैं। पुष्कर सिंह धामी और गीता धामी के दो बेटे हैं। जिनके नाम दिवाकर सिंह धामी और प्रभाकर सिंह धामी हैं। 2022 के उत्तराखण्ड विधानसभा चुनाव में गीता धामी ने खटीमा सीट पर चुनाव प्रचार की कमान सम्भाली थी।

पुष्कर सिंह धामी का राजनैतिक जीवन – Pushkar Singh Dhami Political Career
पुष्कर सिंह धामी (Pushkar Singh Dhami) ने लखनऊ विश्वविद्यालय में अपनी शिक्षा के दौरान ही विश्वविद्यालय की शिक्षा व्यवस्था के संचालन में बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जिसके बाद पुष्कर सिंह धामी ने साल 1990 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के साथ अपने राजनैतिक करियर की शुरुआत की थी। उसके बाद उन्होंने कई वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अनेक पदों पर कार्य किया। इसके साथ ही वह विश्वविद्यालय के दिनों से ही हिंदूवादी स्वयंसेवक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से जुड़ गये। उन्होंने संगठन में अनेक महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। इसके साथ ही वह लगातार भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे।
साल 2002 में भारतीय जनता पार्टी की युवा विंग भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा से जुड़े और इसी साल इन्हें उत्तराखण्ड राज्य में भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया। अपनी यह जिम्मेदारी उन्होंने साल 2002 से लेकर साल 2008 तक बखूबी निभाई। इस दौरान उन्होंने उत्तराखण्ड प्रदेश के स्थानीय उद्योगों में स्थानीय युवाओं को को 70% अवसर देने की मांग प्रदेश सरकार के सामने रखी। अपनी इस पेशकश की वजह से वे उत्तराखण्ड राज्य के युवाओं द्वारा पसंद किये जाने लगे। अब तक उन्होंने भारतीय जनता पार्टी में अपने लिए अच्छी जगह बना ली थी।
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पुष्कर सिंह धामी विधायक के रूप में – Pushkar Singh Dhami as MLA
पुष्कर सिंह धामी ने साल 1990 में अपने राजनैतिक जीवन की शरुआत की थी लेकिन काफी युवा होने के कारण उन्हें चुनाव में आने का मौका नहीं मिल पाया था। पुष्कर सिंह धामी को यह अवसर साल 2012 के विधानसभा चुनाव से मिला। उन्हें उधमसिंह नगर की खटीमा सीट से विधानसभा के लिए चुनाव लड़ने का मौका मिला।

पुष्कर सिंह धामी ने अपनी सीट पर 5,394 मतों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की। यह पहली बार था जब पुष्कर सिंह धामी विधायक बने थे। इसके बाद पुष्कर सिंह धामी ने साल 2017 में एक बार फिर से विधानसभा के लिए खटीमा सीट से ही चुनाव लड़ा। इस बार भी उन्होंने जीत दर्ज की। लेकिन इस बार उनकी जीत ज्यादा अंतर से नहीं थी। वे सिर्फ 2,709 वोटों से कांग्रेस प्रत्याशी से जीते थे।
पुष्कर सिंह धामी मुख्यमंत्री के रूप में – Pushkar Singh Dhami as Chief Minister of Uttarakhand
उत्तराखण्ड में साल 2017 में चुनाव हुआ जिसमे भारतीय जनता पार्टी ने जीत दर्ज की और प्रदेश का मुख्यमंत्री भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के वरिष्ठ नेता रहे त्रिवेन्द्र सिंह रावत को बनाया गया। त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मार्च 2021 तक प्रदेश का नेत्रत्व मुख्यमंत्री के रूप में किया। जिसके बाद प्रदेश की व्यवस्था में सुधार न होने और अन्य राजनैतिक कारणों की वजह से उन्होंने 10 मार्च 2021 को इस्तीफ़ा दे दिया।
इसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखण्ड में भाजपा नेता रहे तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री बनाया। लेकिन तीरथ सिंह रावत का मुख्यमंत्री का सफ़र बहुत कम समय तक चला। उनके बयानों की वजह से उन्हें भी 4 जुलाई 2021 को इस्तीफ़ा देना पड़ा।

इसके बाद उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में पुष्कर सिंह धामी का नाम दिया गया और भारतीय जनता पार्टी की बैठक के बाद 4 जुलाई 2021 को पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री के रूप में ली। यह पहली बार था जब उत्तराखण्ड प्रदेश को पुष्कर सिंह धामी के रूप में एक युवा मुख्यमंत्री मिला था।
पुष्कर सिंह धामी दूसरी बार मुख्यमंत्री के रूप में – Pushkar Singh Dhami as a Chief Minister of Uttarakhand for Second Time
पहली बार मुख्यमंत्री बनने के बाद पुष्कर सिंह धामी ने पूरे प्रदेश को सम्भाला और प्रदेश की व्यवस्थाओं पर काम किया। उनके काम और लगन को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने पुष्कर सिंह धामी पर एक बाद फिर से भरोषा जताया। 2022 विधानसभा के चुनाव में पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश का नेतृत्व किया और इस बार भाजपा को उत्तराखण्ड में बहुमत प्राप्त हुआ और इसका कारण थे पुष्कर सिंह धामी।
उत्तराखण्ड में भाजपा रिकॉर्ड चुनाव से जीती लेकिन पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट से चुनाव हार गये। इसके बाद प्रदेश की जनता और मीडिया को लगने लगा की एक हारे हुए प्रत्याशी को भाजपा मुख्यमंत्री नहीं बनाएगी। प्रदेश की जनता उन्हें दुबारा मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती थी। इसी कारण से भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें एक बार फिर से मुख्यमंत्री बनाया। 23 मार्च 2022 को पुष्कर सिंह धामी ने एक बार फिर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। पुष्कर सिंह धामी दूसरी बार शपथ लेकर उत्तराखण्ड के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत हैं।
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पुष्कर सिंह धामी चम्पावत उपचुनाव 2022 – Pushkar Singh Dhami Champawat By-Election 2022
पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड में भारतीय जनता पार्टी को बड़ी जीत दिलाई। लेकिन वे स्वयं खटीमा सीट से चुनाव हार गये। जिसके बाद बीजेपी ने उन्हें मुख्यमंत्री भी बना दिया। लेकिन चुनाव हारने के बाद भी यदि मुख्यमंत्री बनते हैं तो 6 महीने के अन्दर विधानसभा का सदस्य बनना आवश्यक होता है, जिस कारण से पुष्कर सिंह धामी एक बार फिर चुनाव की तैयारियों में जुट गये। लेकिन समस्या थी सीट की, जिस पर भाजपा के चम्पावत सीट से विधायक कैलाश गटहोरी ने अपनी सीट पुष्कर सिंह धामी के लिए छोड़ दी।

उन्होंने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने उपचुनाव की घोषणा कर दी और पुष्कर सिंह धामी को उम्मीदवार बना दिया। चम्पावत उपचुनाव में पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी जीत दर्ज की। 3 जून 2022 को वे तीसरी बार विधायक के रूप में चुने गये। उन्होंने कांग्रेस की प्रत्याशी निर्मला गह्तोड़ी को 54,121 वोटों से मात दी। इस जीत से पुष्कर सिंह धामी अगले पांच वर्ष के लिए उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पद पर रहने के लिए तैयार हो गये।
पुष्कर सिंह धामी की कुल सम्पत्ति – Pushkar Singh Dhami Net Worth
उत्तराखण्ड के युवा मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत पुष्कर सिंह धामी की कुल सम्पत्ति लगभग 49.15 लाख है, जो उन्होंने साल 2017 के हलफनामे में बताई थी। प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें लगभग 1 लाख 75 हजार रूपये तनख्वाह भी मिलती है।
FAQ’s
पुष्कर सिंह धामी का जन्म कब हुआ था?
16 सितम्बर 1975
पुष्कर सिंह धामी के पिता का नाम क्या है?
शेर सिंह धामी
पुष्कर सिंह धामी कितनी बार विधायक रह चुके हैं?
3 बार
पुष्कर सिंह धामी पहली बार मुख्यमंत्री कब बने?
4 जुलाई 2021 को
पुष्कर सिंह धामी की पत्नी का नाम क्या है?
गीता धामी