भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं में अपना नाम रखने वाले शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने सबसे अधिक समय तक मध्य प्रदेश पर राज किया है। अपनी साफ़ सुथरी छवि के लिए जाने- जाने वाले शिवराज सिंह चौहान ने अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से की थी। साल 1990 में पहली बार विधायक बनने के बाद उन्होंने कभी पीछे मुडकर नहीं देखा।

विधायक, सांसद, एबीवीपी के अनेक पद, भाजपा युवा मोर्चा के अनेक पद और भाजपा मध्य प्रदेश का अध्यक्ष पद और फिर मध्य प्रदेश में 4 बार मुख्यमंत्री बनने का सौभाग्य सब कुछ शिवराज सिंह चौहान ने अपने नाम किया है। यही नहीं वे भाजपा के श्रेष्ठ नेताओं में से एक हैं चाहे मध्यप्रदेश की जनता हो या देश की जनता उन्हें उतना ही पसंद किया जाता है। शिवराज सिंह चौहान सबसे कम उम्र के सांसदों में भी एक रहे हैं। इतनी जीत और पद सम्भालने के लिए उतना ही संघर्ष भी उन्होंने किया है। आइये जानते हैं शिवराज सिंह चौहान का जीवन परिचय (Shivraj Singh Chouhan Biography in Hindi)…
शिवराज सिंह चौहान की जीवनी – Shivraj Singh Chouhan Biography in Hindi
पूरा नाम | शिवराज सिंह चौहान |
निक नेम | मामा |
जन्म | 05 मार्च 1959 |
आयु | 63 वर्ष (2022 तक) |
जन्मस्थान | बुधनी, मध्य प्रदेश, भारत |
माता का नाम | प्रेम सिंह चौहान |
पिता का नाम | सुन्दर बाई चौहान |
भाई – बहन | भाई – नरेंद्र सिंह चौहान, सुन्दर सिंह चौहान |
वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
पत्नी का नाम | साधना सिंह चौहान |
बच्चे | बेटा- कार्तिकेय चौहान, कुणाल चौहान |
शैक्षिक योग्यता | एम ए (दर्शन शास्त्र) |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
धर्म | हिन्दू |
व्यवसाय | राजनेता, किसान |
राजनैतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
पद | मुख्यमंत्री (मध्य प्रदेश) |
गृह नगर | बुधनी, मध्य प्रदेश |
कुल सम्पत्ति | 6 करोड़ |
शिवराज सिंह चौहान कौन हैं? – Who is Shivraj Singh Chouhan
शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। शिवराज सिंह चौहान ने कई वर्षों तक अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का भी नेतृत्व किया। वे राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ से एक स्वयं सेवक के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। साल 2005 में उन्हें भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष भी चुना गया।
शिवराज सिंह चौहान अब तक मध्य प्रदेश के सबसे ज्यादा बार मुख्यमंत्री (चार बार) बनने वाले पहले नेता हैं। शिवराज सिंह चौहान साल 1990 से अब तक कुल पांच बार विधायक रह चुके हैं। इसके आलावा साल 1991 में पहली बार सांसद बनने के बाद शिवराज सिंह चौहान अब तक पांच बार मध्य प्रदेश की विदिशा लोकसभा सीट से सांसद भी रह चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान एक साफ़- सुथरी छवि वाले नेता के रूप में जाने जाते हैं।
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शिवराज सिंह चौहान का जन्म और माता- पिता – Shivraj Singh Chouhan Birth & Mother- Father
मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के रूप में कार्यरत शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan Birth Date) का जन्म 5 मार्च 1959 को मध्य प्रदेश के बुधनी में हुआ था। इनके पिता का नाम (Shivraj Singh Chouhan Father Name) प्रेम सिंह चौहान और माता का नाम (Shivraj Singh Chouhan Mother Name) सुन्दरबाई चौहान था। उनका परिवार एक मध्यमवर्गीय किसान परिवार था। उनके पिता किसान थे और माता गृहिणी थीं।
शिवराज सिंह चौहान के परिवार में माता पिता के सिवाय उनके दो छोटे भाई नरेंद्र सिंह चौहान और सुन्दर सिंह चौहान हैं। उनका बचपन सामान्य रहा और बचपन से ही वे अपने पिता के खेती के कामों में हाथ बटाया करते थे। कहा जाता है कि शिवराज सिंह चौहान को तैराकी का बचपन से ही बड़ा शौक था इसलिए वे नर्मदा नदी के तट पर तैरने जाया करते थे।

शिवराज सिंह चौहान की शिक्षा – Shivraj Singh Chouhan Education
शिवराज सिंह चौहान ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा बुधनी से ही पूरी की। इसके बाद उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा माडल हायर सेकेंडरी स्कूल से प्राप्त की। शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश के भोपाल के बरकतउल्लाह विश्वविद्यालय भोपाल से दर्शन शास्त्र में एम ए की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने छात्र राजनीति की शुरुआत की।
उन्होंने साल 1975 में माडल हायर सेकेंडरी स्कूल में छात्र संघ का चुनाव लड़ा और वे छात्र संघ के अध्यक्ष बनाये गये। इसी के साथ उनके राजनैतिक सफर की शुरुआत हो चुकी थी। उन्होंने अपने स्नातोत्तर की शिक्षा के दौरान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की सदस्यता ले ली थी।
शिवराज सिंह चौहान का वैवाहिक जीवन – Shivraj Singh Chouhan Wife
एक परिवारिक व्यक्ति के रूप में जाने-जाने वाले शिवराज सिंह चौहान ने मात्र 13 साल की उम्र में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को ज्वाइन कर लिया था। उन्होंने प्रण लिया था कि वे आजीवन विवाह नहीं करेंगे, लेकिन साल 1992 में उनको अपनी इस प्रतिज्ञा को तोड़ना पड़ा।
साल 1992 में जब शिवराज सिंह चौहान पहली बार सांसद बने तो उनके परिवार ने उनका विवाह करने का दबाव बनाया, जिस पर बाद में उन्होंने अपने परिवार की बात मान ली और साधना सिंह से विवाह कर लिया। शिवराज सिंह चौहान और साधना सिंह का विवाह साल 1992 में हुआ था। शिवराज सिंह चौहान के दो बेटे कार्तिकेय सिंह चौहान और कुणाल सिंह चौहान हैं।
शिवराज सिंह चौहान का राजनैतिक जीवन – Shivraj Singh Chouhan Political Career
भाजपा के वरिष्ठ नेता के रूप में जाने-जाने वाले शिवराज सिंह चौहान ने अपने राजनैतिक करियर (Shivraj Singh Chouhan Wikipedia in Hindi) की शुरुआत छात्र राजनीति से की थी। सबसे पहले साल 1972 में मात्र 13 साल की उम्र में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में शामिल हुए। इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् की सदस्यता ली और वे हमेशा इससे जुड़े रहे।
शिवराज सिंह चौहान साल 1975 में पहली बार छात्र संघ के अध्यक्ष बने। शिवराज सिंह चौहान ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अनेक पदों पर कार्य किया। साल 1975 में पहली बार उन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का आयोजन सचिव बनाया गया। इसके बाद उन्होंने साल 1978 में एबीवीपी के उपसचिव का पद सम्भाला और साल 1980 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के महासचिव के पद पर रहे।
यह वह समय था जब शिवराज सिंह चौहान एक के बाद एक एबीवीपी के पदों पर कार्य कर रहे थे। साल 1982 में शिवराज सिंह चौहान अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य बनाए गये। इस दौरान तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी शिवराज सिंह चौहान ने आपातकाल का विरोध किया और जिस कारण से उन्हें जेल भी जाना पड़ा।
शिवराज सिंह चौहान कुछ समय तक भोपाल की जेल में रहे, लेकिन उनका देश के लिए संघर्ष अब किसी से छिपा नहीं था। साल 1984 में शिवराज सिंह चौहान को भारतीय जनता पार्टी युवा मोर्चा के उपसचिव के रूप में चुना गया। इसके बाद भाजपा युवा मोर्चा के साथ इनका सफ़र काफी लम्बा चला। साल 1985 में भाजयुमो के महासचिव बनाये गये और फिर साल 1988 में भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष नियुक्त किये गये।
अब तक भारतीय जनता पार्टी में इनका कद इतना बड़ा हो चुका था कि साल 1990 में भाजपा ने उन्हें मध्य प्रदेश की बुधनी सीट से विधानसभा के लिए टिकट दिया। इन्होने बुधनी सीट पर बड़े अंतर से जीत दर्ज की। साल 1990 में शिवराज सिंह चौहान पहली बार विधायक बने।

इसके बाद उनका राजनैतिक सफ़र चलता ही रहा। साल 1991 में शिवराज सिंह पहली बार लोकसभा सांसद के रूप में चुने गये। भाजपा के वरिष्ठ नेता अटल बिहारी बाजपेई ने मध्य प्रदेश की विदिशा सीट से और उत्तर प्रदेश की लखनऊ लोकसभा से चुनाव लड़ा था और दोनों पर जीतने के बाद उन्होंने विदिशा सीट छोड़ दी जिस पर शिवराज सिंह को पहली बार लोकसभा का प्रत्याशी बनाया गया। शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा सीट पर जीत दर्ज की और देश के सबसे कम उम्र के सांसदों में से एक बन गए।
इसके बाद शिवराज सिंह चौहान लगातार चार बार और साल 1996, 1998, 1999 और 2004 में विदिशा सीट से सांसद बने। अपने सांसद के कार्यकाल में शिवराज सिंह चौहान ने अलग-अलग तमाम विभागों में काम किया। शिवराज सिंह चौहान ने मानव संसाधन विकास मंत्रालय की परामर्शदाता समिति में कार्य किया। इसके अवाला वे श्रम और कल्याण समिति और हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य के रूप में भी कार्यरत रहे।
शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने साल 1996-97 में नगरीय एवं ग्रामीण विकास समिति और मानव संसाधन विकास विभाग में एक सदस्य के रूप में कार्य किया। इसके बाद वे कृषि समिति और सार्वजनिक समिति के सदस्य भी रहे। साल 2000 में शिवराज सिंह चौहान भारतीय जनता पार्टी की युवा विंग भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए गये। इसके बाद वे भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के पद पर भी कार्यरत रहे। इसके आलावा उन्होंने भाजपा के अनेक पदों पर कार्य किया और पार्टी में अपनी मजबूत पकड़ बनाई।
शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में – Shivraj Singh Chouhan as a Chief Minister of Madhya Pradesh
शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) को भारतीय जनता पार्टी ने साल 2005 में भारतीय जनता पार्टी मध्य प्रदेश का प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया। साल 2005 वह साल था जब शिवराज सिंह चौहान को एक बड़ी उपलब्धि मिली वह थी मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की गद्दी। शिवराज सिंह चौहान ने पहली बार 29 नवम्बर 2005 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसके बाद साल 2006 में उन्होंने विधानसभा का उप-चुनाव लड़ा और मुख्यमंत्री रहते हुए वे दूसरी बार बुधनी सीट से विधायक बने।
शिवराज सिंह चौहान ने मध्य प्रदेश में भाजपा की पकड़ और मजबूत की और साल 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को जीत दिलाई। इस चुनाव में वे स्वयं भाजपा के स्टार प्रचारक रहे। इसके बाद लगातार दूसरी बार शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। 12 दिसम्बर 2008 को उन्होंने दूसरी बार मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। 2008 में वे बुधनी विधानसभा से जीत कर अब तक तीसरी बार विधायक भी बन चुके थे।

इसके बाद शिवराज सिंह चौहान ने साल 2013 में एक बार फिर मध्य प्रदेश में विधानसभा का चुनाव लड़ा बुधनी विधानसभा सीट से चौथी बार विधायक बने और भाजपा ने मध्य प्रदेश में एक बार फिर से जीत दर्ज की। इस बार भी मध्य प्रदेश को मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान ही मिले। 14 दिसम्बर 2013 को शिवराज सिंह चौहान ने तीसरी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसके बाद वे साल 2018 तक मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने रहे।
साल 2018 के विधानसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान बुधनी सीट से 5वीं बार विधायक बने लेकिन भाजपा इस बार चुनाव हार गई। साल 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथी विधयाकों के साथ मिलकर बहुमत साबित करने के बाद शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के चौथी बार मुख्यमंत्री बने।
शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने 23 मार्च 2020 को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश के सबसे ज्यादा बार मुख्यमंन्त्री रह चुके हैं, शिवराज सिंह चौहान ने ही मध्य प्रदेश पर सबसे ज्यादा समय तक राज किया है। शिवराज सिंह चौहान अब तक पांच बार सांसद और पांच बार विधायक तथा मध्य प्रदेश के चार बार मुख्यमंत्री रहे हैं।
शिवराज सिंह चौहान की कुल सम्पत्ति – Shivraj Singh Chouhan Net Worth
शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan Net Worth) की कुल सम्पत्ति लगभग 6 करोड़ रूपये बताई जाती है। इसके अलावा उन्हें मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में 2 लाख 55 हजार रूपये तनख्वाह के रूप में मिलते हैं। उनकी पत्नी साधना सिंह चौहान की सम्पत्ति उनसे अधिक बताई जाती है।
FAQ’s
शिवराज सिंह चौहान का जन्म कब हुआ?
05 मार्च 1959
शिवराज सिंह चौहान की पत्नी का नाम क्या है?
साधना सिंह
शिवराज सिंह चौहान पहली बार विधायक कब बने?
साल 1990 में
शिवराज सिंह चौहान कितनी बार सांसद रहे?
5 बार
शिवराज सिंह चौहान कितनी बार मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने?
4 बार
शिवराज सिंह चौहान कितनी बार बुधनी सीट से विधायक बने?
5 बार
शिवराज सिंह चौहान का निक नेम क्या है?
मामा