दीपावली भारत का सबसे प्रमुख त्यौहार है। यह 5 दिनों तक चलता है। इसमें पहला दिन धनतेरस, दूसरा नरक चतुर्दशी, तीसरा दीपावली, चौथा गोवर्धन पूजा और पांचवा दिन भाई-दूज के रूप में मनाया जाता है।

आज हम यहां बात करेंगे धनतेरस की। दरअसल धनतेरस का त्‍योहार कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन मनाया जाता है। इस बार यह तिथि 22 और 23 अक्‍टूबर को पड़ेगी।

इस बार त्रयोदशी तिथि 22 अक्‍टूबर को शाम 4.13 बजे से लगेगी। वहीं यह तिथि 23 अक्‍टूबर को शाम 4.45 बजे तक रहेगी। बता दें‍ कि धनतेरस का पूजन प्रदोष काल में शुभ माना जाता है।

ज्‍योतिषाचार्यों के मुताबिक, इस साल प्रदोष काल में लक्ष्‍मी पूजन का शुभ मुहूर्त 22 अक्‍टूबर को ही बन रहा है। ऐसे में धन त्रयोदशी का पूजन 22 अक्‍टूबर को ही किया जाएगा। 

वहीं धन त्रयोदशी पर खरीदारी करने का विशेष महत्‍व होता है। 22 अक्‍टूबर शाम 4.13 बजे से 23 अक्‍टूबर शाम 4.45 बजे तक धनतेरस की खरीदारी की जा सकती है।

धन त्रयोदशी के पूजन का शुभ मुहूर्त 22 अक्टूबर को शाम 07.01 बजे से रात 08.17 बजे तक रहेगा। ऐसे में आपके पास धनतरेस की पूजा के लिए एक घंटा 15 मिनट का समय रहेगा।

धनतेरस की खरीदारी के समय अगर आप लोहे से जुड़ी कोई वस्‍तु या वाहन खरीदना चाहते हैं तो आप रविवार के दिन खरीदारी करें। शनिवार को लोहा खरीदना शुभ नहीं माना जाता है। 

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