भारत काफी तेजी से डिजिटलाइजेशन की ओर बढ़ रहा है। अब यहां हर हाथ में मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होने से डिजिटलाइजेशन को भी बढ़ावा मिल रहा है।
बता दें कि डिजिटलाइजेशन की शुरुआत साल 2014 के बाद जोरों से हुई। बैंकिंग से लेकर रुपए का लेन देन तक सब कुछ डिजिटल हो चुका है।
बता दें कि डिजिटलाइजेशन की शुरुआत साल 2014 के बाद जोरों से हुई। बैंकिंग से लेकर रुपए का लेन देन तक सब कुछ डिजिटल हो चुका है।
वहीं अब भारत में बढ़ते डिजिटलाइजेशन को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने भी रूपए के एक नए स्वरुप Digital Rupee को लांच करने की योजना बनाई है।
बता दें कि 1 दिसम्बर 2022 को पहला रिटेल Digital Rupee लांच होने वाला है। आरबीआई का डिजिटल करेंसी का आम लोगों के लिए यह पहला पायलट प्रोजेक्ट है।
आरबीआई इससे पहले 1 नवम्बर 2022 को होलसेल ट्रांजेक्टशन के लिए Digital Rupee लांच कर चुका है। Digital Rupee क्या है? जानिए इससे कैसे बदलने वाला है लेन-देन का तरीका
भारतीय रिजर्व बैंक का Digital Rupee एक टोकन के जैसा होगा। इसे आप अपने बैंक अकाउंट के वालेट में स्टोर कर सकेंगे और इसका इस्तेमाल आम लेन-देन में भी कर सकेंगे।
Digital Rupee दो तरह का होगा, एक रिटेल CBDC-Rऔर दूसरा होलसेल CBCD-W। इसमें रिटेल सभी के लिए होगी और होलसेल के लिए है।
क्या लेन-देन के लिए Digital Rupee इस्तेमाल किया जा सकेगा?तो इसका जवाब है,हाँ। इसका इस्तेमाल सभी प्रकार के लेन-देन के लिए किया जा सकेगा।
Digital Rupee के बारे में विस्तार से जानकारी हासिल करने आप नीचे दिए गए लिंक पर जा सकते हैं।