गुजरात के मोरबी में मच्छू नदी पर बना केबल ब्रिज रविवार शाम को अचानक टूट गया। इस हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत की खबर है। वहीं नदी में गिरे लोगों की तलाश अभी भी जारी है।
जानकारी के मुताबिक, जब यह हादसा हुआ तब इस पुल पर करीब 500 से 600 लोग मौजूद थे। वहीं इस केबल ब्रिज पर एक साथ में अधिकतम 100 लोगों ही जा सकते थे।
मोरबी में स्थित मच्छू नदी पर बना यह केबल ब्रिज 140 साल पुराना था। यह पुल गुजरात के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक था। ऐसे में यहां पर लोगों की खूब भीड़ रहती थी।
जानकारी के मुताबिक, मच्छू नदी पर यह पुल साल 1880 में बनाया गया था। इस ब्रिज का उद्घाटन मुंबई के गवर्नर रिचर्ड टेम्पल ने किया था।
मोरबी का यह ब्रिज बनाने में उस समय करीब 3.5 लाख रुपए का खर्चा हुआ था। इस ब्रिज के निर्माण के लिए सारा सामान ब्रिटेन से ही आया था।
मच्छू नदी के केबल ब्रिज की लंबाई 765 फीट थी। वहीं यह पुल 1.25 मीटर चौड़ा और 230 मीटर लंबा था। ये पुल भारत के सबसे पुराने पुलों में से एक था।
मोरबी का यह पुल भारत की आजादी के संघर्ष का भी गवाह रह चुका है। इसी कारण यह टूरिस्ट प्लेस भी बन चुका था। इस पुल पर जाने की फीस 15 रुपए होती थी।
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