दीपावली के एक दिन बाद 25 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण होगा। यह इस साल का दूसरा सूर्य ग्रहण है। सूर्य ग्रहण की वजह से 26 अक्टूबर को गोवर्धन पूजा होगी।
यह सूर्य ग्रहण अलग – अलग राशियों पर प्रभाव डालेगा। सूर्य ग्रहण इस बार कुछ अच्छे और बुरे प्रभाव सभी राशियों पर डालेगा। मेष, सिंह और कन्या राशि पर अत्यधिक असर रहेगा।
सूर्य ग्रहण प्रथ्वी के अलग-अलग हिस्सों में दिखाई देगा। यह सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर और भारत के कई हिस्सों में दिखाई देगा।
इस बार सूर्य प्रहण दिन में दोपहर के समय रहेगा और कुछ हिस्सों में इस सूर्य ग्रहण को आँखों से भी देखा जा सकता है।
सूर्य ग्रहण वाले दिन पूजा करना, खाना बनाना, बाल और नाखून काटना, खाना खाने जैसी चीजों को करने से बचना चाहिए।
4153 साल पहले सूर्य ग्रहण पहली बार 22 अक्टूबर 2134 ई.पू. चीन में दिखा सूर्य ग्रहण धरती का पहला सुया ग्रहण माना गया था।
यूनान के खगोलशास्त्रियों द्वारा सबसे पहले ग्रहण लगने की सटीक जानकारी की भविष्यवाणी करना शुरू कर दिया गया था।
अपने देश भारत में कहा जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान बना हुआ खाना खराब या दूषित हो जाता है। यह धार्मिक मान्यताओं के आधार पर बोला जाता है लेकिन वैज्ञानिक इस बात को सही नहीं मानते हैं।
सूर्य ग्रहण कई तरीकों का होता है जैसे सूर्य ग्रहण, अर्ध सूर्य ग्रहण और वलयाकार सूर्य ग्रहण। यह पूरी तरह से चंद्रमा पर निर्भर होता है की कैसा सूर्य ग्रहण होगा।
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